प्रयागराज, । आखिरकार शातिर टप्पेबाजों पर खाकी का शिकंजा कस ही गया। खुद को बेहद चालबाज समझते हुए लोगों को लिफ्ट का झांसा देकर ठगी करने वाले तीन युवकों को पुलिस ने पकड़ लिया है। इन तीनों ने तीन रोज पहले शहर से सोरांव में घर लौट रहे रिटायर इंस्पेक्टर श्याम लाल पटेल को लिफ्ट के बहाने कार में बैठाने के बाद उनकी जेब से 50 हजार रुपये उड़ा दिए थे। तब से सिविल लाइंस पुलिस मुकदमा लिखकर इन तीनों की तलाश में जाल बिछा रही थी और फिर वे हत्थे चढ़ गए। पुलिस ने लिफ्ट के लिए इस्तेमाल होने वाली कार के साथ ही चोरी हुए पैसे और कई मोबाइल फोन भी इन तीनों के कब्जे से बरामद किए हैं।घटनाक्रम कुछ यूं है। सोरांव इलाके में अरैया गांव निवासी श्याम लाल सोमवार दोपहर पुलिस मुख्यालय स्थित एडीजी जोन कार्यालय आए थे। वहां से निकलने के बाद उन्होंने बैंक से 50 हजार रुपये निकाले और रिश्तेदार के साथ बाइकर पर मिश्रा भवन चौराहे पर पहुंचे। श्यामलाल वहां खड़े होकर सोरांव जाने वाली बस का इंतजार कर रहे थे तभी वहां आए तीन युवकों ने उनसे बात की और कहा कि वे लोग अपनी कार में सुल्तानपुर जनपद जा रहे हैं। वह चाहें तो उन्हें सोरांव तक कार में लिफ्ट दे सकते हैं। श्यामलाल उनकी मंशा नहीं भांप सके और कार में बैठ गए। उनमें से एक शातिर ने चुपके से श्यामलाल की जेब से 50 हजार रुपये निकाल लिए, फिर उन्हें मेयोहाल चौराहा के निकट उतारकर तीनों कार में फरार हो गए थे। श्यामलाल ने सिविल लाइंस थाने जाकर बताया तो पुलिस ने इस घटना को चुनौती की तरह लेते हुए तीनों शातिरों की गिरफ्तारी के लिए जतन शुरू किया।पुलिस ने इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर आइ ट्रिपल सी की सीसीटीवी फुटेज को खंगाला गया तो कार सवार तीनों टप्पेबाजों का पता चल गया। कार नंबर के आधार पर आरोपितों के बारे में जानकारी जुटाते हुए सर्विलांस व एसओजी की मदद ली गई। बुधवार को जब तीनों आरोपित सिविल लाइंस बस स्टैंड के पास मौजूद थे, तभी पुलिस ने घेराबंदी कर उन्हें दबोच लिया। इंस्पेक्टर सिविल लाइंस जेपी शाही ने बताया कि गिरफ्तार टप्पेबाजों में साहिबे आलम फाफामऊ कांशीराम कालोनी का रहने वाला है, जबकि विकास और विक्कू शहर में न्यू मेंहदौरी शिवकुटी के निवासी हैं। साहिबे और और विक्कू के खिलाफ इसके पहले पहले से सिविल लाइंस और झूंसी थाने में कई मुकदमे दर्ज हैं। यह लोग सवारी बैठाने की आड़ में लोगों का पैसा व सामान गायब कर देते थे।