बहराइच, । कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा गुरुवार को सायंकाल नानपारा तहसील के मोहरनिया गांव पहुंची। इसके लिए उन्हें बहराइच जिले की सीमा पर घाघराघाट पुल के पास पुलिस एवं प्रशासन की नाकेबंदी से रूबरू होना पड़ा। यहां कांग्रेसियों के आक्रोश को देखते हुए प्रशासन ने केवल दो वाहनों को जाने की इजाजत दी। इन वाहनों से वह वरिष्ठ कांग्रेस नेता पीएल पुलिया, पूर्व मंत्री नसीमुद्दीन सिद्दीकी, राष्ट्रीय सचिव रोहित चौधरी, विधायक वर्षा गंगवार के साथ रवाना हुई। सायंकाल 5.32 बजे वह मोहरनिया पहुंची। यहां सीधे मृत किसान गुरुविंदर के घर गईं।कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच उन्होंने तकरीबन 35 मिनट पीड़ित परिवार के बीच गुजारे और उन्हें ढांढस बंधाया। उन्होंने घटना काे लेकर दुख जताते हुए पीड़ित परिवार को भरोसा दिया कि न्याय की लड़ाई में अंतिम क्षण तक उनके साथ हैं। उन्होंने किसी भी परिस्थितियों में आवश्यकता पड़ने पर संपर्क करने का भी आग्रह किया।यहां से बाहर निकलने के बाद उन्होंने पत्रकारों के सवालों के जवाब में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि अगर कोई सत्ता में है, मंत्री है और भाजपा का नेता है तो वह कुछ भी सकता है। मैं मोदी जी से कहना चाहती हूं कि मोदीजी आप जो संदेश दे रहे हैं, उससे जनता डर रही है। मैं मांग करती हूं कि केंद्रीय मंत्री अजय मिश्र टेनी को बर्खास्त करें और अपराधियों को जेल भेजें। चाहे रमन कश्यप का परिवार हो, चाहे गुरुविंदर या दलजीत सिंह का परिवार हो, सभी इस सरकार के तानाशाही का शिकार हुए हैं।यहां से प्रियंका बंजारनटांडा पहुंची। मृतक किसान दलजीत सिंह के परिवारजन से बातचीत की। पीड़ित परिवार को ढांढस बंधाया। इसके बाद वे लखनऊ के लिए रवाना हो गई। यहां पहले से मौजूद जिलाध्यक्ष जेपी मिश्र, पूर्व प्रदेश उपाध्यक्ष ज्ञानेंद्र प्रताप सिंह ज्ञानू, प्रदेश प्रवक्ता शेख जकरिया शेखू, दुर्गविजय सिंह मान, संदीप शुक्ल ने अगवानी मौजूद रहे।
