खबर दृष्टिकोण
ब्यूरो रिपोर्ट
सीतापुर। पुलिस अधीक्षक द्वारा थाना रामकोट अंतर्गत 25 मार्च की रात्रि को कस्बा रामकोट में स्थित रामेश्वर धाम मंदिर पर पुजारी शंकुल उर्फ हिमान्शु मिश्रा पुत्र श्री विश्वमोहन मिश्रा उर्फ मुलई निवासी कस्बा व थाना रामकोट की किसी अज्ञात व्यिक्ति द्वारा धारादार हथियार से हत्या कर दी थी। पुलिस अधीक्षक के द्वारा टीमों का गठन कर गहनतापूर्वक विस्तृत जांच, प्राप्त साक्ष्यों के आधार पर संलिप्तों की शीघ्रातिशीघ्र गिरफ्तारी सुनिश्चित करने के लिए निर्देशित किया गया था। अपर पुलिस अधीक्षक उत्तरी प्रकाश कुमार के निकट पर्यवेक्षण व क्षेत्राधिकारी नगर अमन सिंह के नेतृत्व में 30 मार्च को थाना रामकोट पुलिस टीम द्वारा सर्विलांस पुलिस टीम के सहयोग से मंदिर में हुई घटना का सफल अनावरण करते हुए संकलित साक्ष्यों के आधार पर प्रकाश में आए संलिप्त अभियुक्त रामदेव बाजपेई उर्फ देवा पुत्र स्व० बच्चू लाल निवासी कस्बा व थाना रामकोट को धर्मपुर रेलवे क्रासिंग से पहले ग्राम करियामऊ मोड़ के पास से गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है। जिसकी निशानदेही पर एक घटना में प्रयुक्त आला कत्ल बांका व घटना के समय पहने कपड़े पैंट शर्ट बरामद कर लिया गया है। मृतक पुजारी का शव 25 मार्च को कस्बा रामकोट अंतर्गत रामेश्वर धाम मंदिर पर मिलने पर मृतक के पिता वादी मुकदमा विश्व मोहन मिश्रा उर्फ मुलई पुत्र स्व० महादेव निवासी कस्बा व थाना रामकोट द्वारा दी गयी तहरीर पर अज्ञात के विरुद्ध मुकदमा पंजीकृत किया गया था। अभियोग की विवेचना में प्राप्त साक्ष्यों के आधार पर पुजारी शंकुल उपरोक्त की हत्या अभियुक्त रामदेव बाजपेई उपरोक्त द्वारा करना प्रकाश में आने पर अभियुक्त को गिरफ्तार किया गया है। अभियुक्त रामदेव बाजपेई उपरोक्त को पुजारी द्वारा उसे मंदिर में जाने से मना करने को लेकर रंजिशन हत्या किये जाने के तथ्य प्रकाश में आये हैं। गिरफ्तार अभियुक्त रामदेव बाजपेई द्वारा पूछताछ में बताया गया कि मृतक शंकुल उर्फ हिमान्शु मिश्रा रामेश्वर धाम मंदिर पर रहकर पूजा पाठ करता था, मै भी मंदिर पर पूजा पाठ करने आता जाता था, शंकुल बहुत झगड़ालू था जब जब मै मंदिर पर जाता था तो वह गाली गलौज करता था उसकी इस हरकत से मै आजिज हो चुका था। 24 मार्च को जिस दिन होली में आग लगनी थी मै देर रात में मै मंदिर पर दर्शन करने के लिए गया था तो मुझे देखते ही शंकुल आग बबूला होकर हमें उल्टा सीधा कह रहा था तब मै बर्दास्त करके घर चला आया लेकिन उसकी गालियाँ एवं की गयी बेइज्जती मेरी दिमांग में घूम रही थी और मुझे नीद नहीं आ रही थी तब मै रात करीब दो ढाई बजे घर में रखा बांका उठाकर शर्ट के नीचे छिपाकर सीधा मंदिर गया तो शंकुल गर्भ गृह मंदिर में सो रहा था उसको सोता देख उसके द्वारा की गयी बेइज्जती मेरे दिमांग में घूमने लगी तब मेरा खून खौल गया फिर मै बांका निकाल कर उसके गर्दन व चेहरे पर वार कर हत्या कर बांका झाडियों में छिपाकर वहां से भाग निकला। अभियुक्त की निशां देही पर आलाकत्ल बांका व घटना के समय पहने हुए कपड़े पैंट शर्ट बरामद कर जेल भेज दिया गया है।