लखीमपुर, तिकुनिया में रविवार को हुए बड़े बवाल और उसमें आठ लोगों की जान जाने के मामले में दूसरा मुकदमा भी दर्ज हुआ है। ये मुकदमा भाजपा नेता सुमित जायसवाल मोदी ने दर्ज कराया है। इसमें अज्ञात भीड़ को आरोपित बनाया गया है। शहर के मुहल्ला अयोध्यापुरी निवासी सुमित जायसवाल मोदी ने पुलिस को दी गई तहरीर में कहा है कि अज्ञात उपद्रवी भीड़ ने तिकुनिया में ईंट, पत्थर, लाठी-डंडों और तलवारों से हमला करके दो अज्ञात भाजपा कार्यकर्ताओं, सुमित के मित्र शुभम मिश्र और ड्राइवर हरिओम मिश्र की हत्या कर दी। दर्ज मुकदमे में हत्या, आगजनी, मारपीट व बलवा आदि संगीन धाराएं लगाई गई हैं।लखीमपुर कांड में आठ मौतों की पुष्टि भले हो गई हो, लेकिन सरकार ने चार किसानों की मौत पर ही मुआवजे का एलान किया है। प्रशासन के पास जो जानकारी है उसके मुताबिक चार किसानों को ही मुआवजा देने की बात है। चालक सहित चार लोगों की मौत पर सरकार से अभी तक आर्थिक मदद की घोषणा नहीं की गई है। इसकी पुष्टि एडीएम संजय कुमार सिंह ने की है।तीन अक्टूबर को बनवीरपुर में आयोजित दंगल प्रतियोगिता में पुरस्कार वितरण के लिए उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्या पहुंचने वाले थे। किसानों ने तय किया कि कृषि बिलों के विरोध में उप मुख्यमंत्री को काला झंडा दिखाना है। किसानों ने तिकुनिया के गुरूनानक कालेज मैदान में हेलीपैड के पास घेरा डाल दिया। इस बीच थार जीप ने किसानों को रौंद दिया। जिसमें चार किसानों लवप्रीत सिंह, नछत्र सिंह, गुरूविंदर सिंह व दलजीत सिंह की दर्दनाक मौत हो गई। वायरल हो रहे कई वीडियो में यह भी दिखाया गया है कि इस घटना के बाद बाद सांसद के ड्राइवर हरिओम मिश्रा, भाजपा कार्यकर्ता शुभम मिश्रा, श्याम सुंदर निषाद व पत्रकार रमन कश्यप को डंडों से पीटकर मौत के घाट उतार दिया गया। इस टकराव में आठ लोगों की जान चली गई। जिनके शवों का पोस्टमार्टम भी कराया गया, लेकिन प्रशासन के पास अभी मुआवजा वाले नामों में सिर्फ चार किसानों का ही नाम है। अन्य चार मौतों पर आर्थिक मदद देने जैसी कोई जानकारी प्रशासन को नहीं मिली है।शासन ने लखीमपुर कांड की न्यायिक जांच का एलान किया है। इसके लिए कमेटी गठन का भरोसा दिया गया है, लेकिन प्रशासन के पास जांच के संबंध में कोई जानकारी नहीं है। एडीएम के मुताबिक यह जांच कब शुरू होगी और कितने दिन में पूरी होगी। इसके बारे में उन्हें पता नहीं है।