लखनऊ, । लखीमपुर खीरी में रविवार को उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य का हेलीकाप्टर उतरने का विरोध कर रहे किसानों तथा भाजपा के नेताओं की बहस के बाद बवाल में कई वाहनों को फूंकने और करीब दर्जन लोगों के घायल होने पर विपक्षी दलों ने भी योगी आदित्यनाथ सरकार को घेरा है। उधर सरकार ने मौके पर स्थिति को नियंत्रित करने के लिए एडीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार के साथ आइजी लखनऊ जोन और अन्य अधिकारियों को भेजा है। लखीमपुर की घटना को देखते हुए प्रदेश में अलर्ट। लखीमपुर से सटे सभी जिलो को हाई अलर्ट पर किया गया।समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव के साथ ही राष्ट्रीय लोकदल, उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी व भारतीय किसान यूनियन ने लखीमपुर खीरी की घटना को बेहद निंदनीय तथा सरकार की लालफीताशाही बताया है। गाजीपुर बार्डर से किसान नेता राकेश टिकैत भी मौके के लिए रवाना हो गए हैं। किसानों का केन्द्रीय मंत्री अजय मिश्रा टेनी के बेटे आशीष पर पैदल जा रहे किसानों पर गाड़ी चढ़ाने का आरोप लगाया है।लखीमपुर खीरी में आंदोलन कर रहे किसानों पर गाड़ी चढ़ाने के मामले में किसान नेता तेजेंद्र सिंह विर्क के भी घायल होने की सूचना पर राकेश टिकैत पहुंच रहे हैं।समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि कृषि कानूनों का शांतिपूर्ण विरोध कर रहे किसानों को भाजपा सरकार के गृह राज्यमंत्री के पुत्र द्वारा, गाड़ी से रौंदना घोर अमानवीय और क्रूर कृत्य है। उप्र दंभी भाजपाइयों का ज़ुल्म अब और नहीं सहेगा। यही हाल रहा तो उत्तर प्रदेश में भाजपाई न गाड़ी से चल पाएंगे, न उतर पाएंगे। सपा का प्रतिनिधिमंडल किसानों से मिलने के लिए सोमवार को लखीमपुर जाएगा। सपा नेता पीड़ित किसानों से मिलकर पूरी घटना की जांच करेंगे। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने लखीमपुर खीरी की घटना पर ट्वीट कर कहा कि ‘जो इस अमानवीय नरसंहार को देखकर भी चुप है, वो पहले ही मर चुका है। लेकिन हम इस बलिदान को बेकार नहीं होने देंगे- किसान सत्याग्रह ज़िंदाबाद!’बसपा प्रमुख मायावती ने घटना पर दुख व्यक्त करते हुए कहा कि यूपी जिला लखीमपुर खीरी में तीन कृषि कानूनों की वापसी की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे किसानों पर केन्द्रीय मंत्री के पुत्र द्वारा कथित तौर पर कई किसानों की गाड़ी से रौंदना भाजपा सरकार की तानाशाही व क्रूरता को दर्शाता है, जो कि इनका असली चेहरा भी है। उन्होंने कहा कि इस घटना के संबंध में भी पीड़ितों को सरकार से उचित न्याय मिलने की उम्मीद नहीं है। इसलिए सुप्रीम कोर्ट को इस दुखद घटना का स्वंय ही संज्ञान लेना चाहिए। उन्होंने बीएसपी के स्थानीय प्रतिनिधिमंडल को भी घटनास्थल पर जाने का निर्देश दिया है।राष्ट्रीय लोकदल के राष्ट्रीय अध्यक्ष जयंत चौधरी ने कहा कि लखीमपुर खीरी से दिल दहलाने वाली खबरें आ रहीं हैं। केन्द्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा का काफिला आंदोलनकारी किसानों पर चढ़ा दिया गया।कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव व यूपी प्रभारी प्रियंका वाड्रा ने लखीमपुर खीरी मामले पर भाजपा पर निशाना साधा है। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि ‘भाजपा देश के किसानों से कितनी नफरत करती है? उन्हें जीने का हक नहीं है? यदि वे आवाज उठाएंगे तो उन्हें गोली मार दोगे, गाड़ी चढ़ाकर रौंद दोगे? बहुत हो चुका। ये किसानों का देश है, भाजपा की क्रूर विचारधारा की जागीर नहीं है। किसान सत्याग्रह मजबूत होगा और किसान की आवाज और बुलंद होगी।’उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने कहा कि यह घटना दु:खद एवं शर्मनाक है। अराजकता और गुंडई के बल पर विरोध की आवाज को कुचलना भाजपा की हिटलरशाही है।