लखनऊ । जाली नोटों की अंतरराष्ट्रीय तस्कर गिरोह की सक्रिय महिला सदस्य मुमताज बेगम को पकड़ने में उत्तर प्रदेश स्पेशल टास्क फोर्स (यूपी एसटीएफ) को सफलता मिल गई है। उस पर पचास हजार रुपये का इनाम घोषित था। यूपी एसटीएफ ने उसे पश्चिम बंगाल राज्य के मालदा जिले से गिरफ्तार किया है। उसे जल्द ही ट्रांजिट रिमांड पर लेकर लखनऊ लाया जाएगा।यूपी एसटीएफ ने एक सितंबर को मालदा पश्चिम बंगाल से भारी मात्रा में जाली नोटों की तस्करी करने वाले गिरोह के दो सदस्यों तहसीन खान पुत्र अनवर खान व मुहम्मद वसीम पुत्र मुहम्मद मुस्तकीम को आगरा से गिरफ्तार किया था। इन दोनों के पास से पांच लाख 97 हजार रुपये जाली नोट मिले थे, ये नोट 500-500 के थे। गिरोह मालदा से जाली नोट लाकर यूपी व एनसीआर क्षेत्र में सप्लाई करता रहा है।इस मामले की विवेचना चल रही है गिरफ्तार अभियुक्तों से पूछताछ में पता चला कि जोयनपुर, चाइपारा थाना वैष्णवनगर मालदा की रहने वाली मुमताज बेगम पत्नी सदर अली बड़े पैमाने पर जाली नोटों की तस्करी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कर रही हैं। साथ ही यूपी, हरियाणा व एनसीआर में भी जाली नोटों की सप्लाई की जा रही है। यह भी सामने आया कि गिरोह की प्रमुख मुमताज ही है।जाली नोटों की तस्करी मामले में मुमताज वांछित चल रही थी, पुलिस महानिरीक्षक एटीएस ने 19 मई 2020 को 50 हजार रुपये का इनाम घोषित किया था। एसटीएफ अफसरों ने बताया कि उसका पति सदर अली भी इसमें सहयोगी है, उसे गिरफ्तार करके जिला कारागार लखनऊ में निरुद्ध किया गया है। एसटीएफ को सूचना मिली कि मुमताज ने पुलिस से बचने के लिए अपना नाम व पता बदलकर थाना कलियाचक के अंसारी टोला, बाली बंगा क्षेत्र में किराए के मकान में रह रही हैं। जमानत पर रिहा अपने बेटे कबीर के साथ मिलकर अवैध व्यापार को संचालित कर रही है। इस सूचना पर मुमताज को गिरफ्तार किया गया है।