प्रयागराज, । करीब 50 करोड़ रुपये की जमीन घोटाले के मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने एसडीएम समेत 13 आरोपितों को सम्मन जारी किया है। अगर वह अपना बयान जल्द दर्ज कराने नहीं आते हैं और तो फिर रिमांडइर भेजा जाएगा। इसके बाद भी जांच में सहयोग न करने पर उनकी गिरफ्तारी सुनिश्चित की जाएगी।झूंसी स्थित पूर्वोत्तर रेलवे की जमीन नियम विरुद्ध प्रापर्टी डीलर को देने और फिर उसे बेचने के मामले में ईडी ने जांच तेज कर दी है। फूलपुर तहसील के तत्कालीन एसडीएम राजकुमार द्विवेदी, बिल्डर समेत अन्य के विरुद्ध ईइी ने पहले मनी लांड्रिंग का केस दर्ज किया था। अब इसकी जांच को आगे बढ़ाते हुए सभी अभियुक्तों को अपना पक्ष रखने के लिए सम्मन भेजा गया है। सूत्रों का कहना है कि सम्मन मिलने के बाद आरोपितों को ईडी कार्यालय में अपने ऊपर लगे आरोपों के संबंध में बयान देना होगा। यदि तय तिथि में वह पक्ष नहीं रखते हैं तो रिमांडर जारी किया जाएगा। इसके साथ ही ईडी की टीम एसडीएम, बिल्डर सहित अन्य अभियुक्तों ने अवैध तरीके से जो चल व अचल संपत्ति बनाई है, उसके बारे में पता लगाने में जुटी है। बताया गया है कि अब तक कई संपत्ति चिन्ह्ति कर ली गई है, जिसका वेरीफिकेशन राजस्व विभाग की ओर से कराया जा रहा है।
