अयोध्या, । राष्ट्रपति रामनाथ कोविन्द की यात्रा ने रेलवे के इतिहास में भी स्वर्णिम अध्याय जोड़ दिया। रामनगरी के रेल इतिहास में यह पहला मौका था, जब रेल विभाग को देश के प्रथम नागरिक की आगवानी करने का अवसर प्राप्त हुआ। रेलवे ने राष्ट्रपति के स्वागत के लिए लंबी तैयारी की, जिसका उत्साहजनक परिणाम उनकी अयोध्या यात्रा में देखने को मिला। ट्रैक की व्यवस्था इतनी बेहतर रही कि विलंब से रवाना होने के बाद भी प्रेसीडेंशियल ट्रेन समय पर अयोध्या जंक्शन पर पहुंची। समय पर ट्रेन के अयोध्या जंक्शन पहुंचने से प्रसन्न राष्ट्रपति ने ट्रेन से उतरते ही स्टेशन अधीक्षक विनोद कुमार की पीठ थपथपाई। बेहतर रेल प्रबंधन के लिए उन्होंने भारतीय रेल की सराहना की। उन्होंने कहाकि विलंब हुआ था, लेकिन आप लोगों ने समय से अयोध्या पहुंचा दिया। राष्ट्रपति से मिली सराहना से स्टेशन अधीक्षक विनोद कुमार काफी गौरवांवित महसूस कर रहे हैं।राष्ट्रपति के मिनट-टू-मिनट कार्यक्रम के अनुसा राष्ट्रपति से मिली सराहना से स्टेशन अधीक्षक विनोद कुमार काफी गौरवांवित महसूस कर रहे हैं। र प्रेसीडेंशियल ट्रेन को चारबाग रेलवे स्टेशन से सुबह 9:10 बजे रामनगरी के लिए रवाना होना था, लेकिन कतिपय कारणों से राष्ट्रपति स्पेशल करीब आधे घंटे विलंब 9:39 पर रवाना हुई। देर से रवाना होने के बावजूद ट्रेन पहले निर्धारित समय सुबह 11:30 पर अयोध्या जंक्शन पहुंच गई। राष्ट्रपति के तय कार्यक्रम के अनुसार प्रेसीडेंशियल ट्रेन से लखनऊ से अयोध्या का सफर दो घंटे बीस मिनट का था, लेकिन यह यात्रा ट्रेन ने एक घंटे 50 मिनट में ही पूर्ण कर ली। रेलवे से जुड़े स्थानीय अधिकारियों की मानें तो विलंब से रवाना होने के बाद भी समय से अयोध्या पहुंचने के पीछे सेक्शन में गति प्रतिबंध का समाप्त होना सबसे बड़ा कारण रहा।प्रेसीडेंशियल ट्रेन के आगमन का ट्रेनों के संचालन पर कोई प्रभाव नहीं दिखा। प्रेसीडेंशियल ट्रेन के रङ्क्षनग में रहने के समय ही ट्रेनों का संचालन रोका गया, लेकिन ट्रेन के अयोध्या जंक्शन पहुंचते ही यात्री ट्रेनों को गंतव्य की ओर रवाना किया गया। अयोध्या जंक्शन पर प्लेटफार्म तीन से यात्री ट्रेनों का संचालन कराया गया। प्रेसीडेंशियल ट्रेन के पहुंचने से रवाना होने के बीच दो जोड़ी किसान एक्सप्रेस, दून एक्सप्रेस व सियालदाह एक्सप्रेस का समय से संचालन हुआ।
