कन्नौज, । प्रशासन महिला अपराधों पर अंकुश लगने के कितने भी दावे कर ले, लेकिन वास्तविता इसके विपरीत ही है। दरअसल, कन्नौज में स्टाफ नर्स के साथ हुई कार में हुई सामूहिक दुष्कर्म की घटना के पूरे जिले को सन्न कर दिया है। इससे भी ज्यादा हैरत की बात तो ये है कि जब पीड़िता ने अपना दर्द अस्पताल संचालक को बताया तो उसने मदद के बजाय पीड़िता को कैद कर लिया और उसके मान-सम्मान का सौदा कर डाला। आरोपितों से पांच लाख रुपये लेकर मामले को रफादफा करने का प्रयास किया। पीडि़ता को जब यह पता चला तो उसने थाने पहुंचे शिकायत की। पुलिस ने आरोपित अस्पताल संचालक को गिरफ्तार कर लिया है। जबकि चारों आरोपित अभी पुलिस गिरफ्त से बाहर हैं। हालांकि पुलिस ने अस्पताल संचालक दंपती के समेत छह पर मुकदमा दर्ज हुआ है।पीडि़त स्टाफ नर्स के मुताबिक 19 अगस्त रात योगेश अपनी गर्भवती पत्नी को लेकर बाइक से आए थे। रात करीब 12 बजे योगेश के चार दोस्त कार से आए। योगेश ने कोल्ड ड्रिंक पिला दी। बेहोशी आने पर वह लेट गई। इस पर योगेश उसका फोन लेकर बोलेरो के पास चला गया। जब वह लेने गई तो आरोपितों ने बोलेरो में खींच लिया। सौरिख कट पर उसके साथ दुष्कर्म किया। करीब एक घंटे बाद आरोपित उसे अस्पताल के पास छोड़ गए। पीड़िता ने जब पूरे मामले से अस्पताल संचालक और उसकी पत्नी को अवगत कराया तो उन्होंने चुप रहने की बात कही और तीन दिन के लिए कमरे में बंद कर दिया। खाना खाने की बात कहकर वह बाहर निकली।