किसान हितैषी होने का वादा करने वाली सरकार में हक के लिए धरना देने पर मिलती है लाठी, केंद्र सरकार एमएसपी पर गारंटी का कानून लाये
खबर दृष्टिकोण – वीरेंद्र मिश्र
खुटार (शाहजहांपुर)। राष्ट्रीय किसान मजदूर संगठन के अध्यक्ष सरदार वीएम सिंह ने शनिवार को दिन में करीब 12 बजे करतार पैलेस में पहुंच कर किसानों को संबोधित किया। इस दौरान बड़ी संख्या में कार्यकर्ता व किसान मौजूद रहे।
किसान नेता ने कहा कि देश आजादी के बाद से अब तक किसानों को अपना हक लेने के लिए धरना ही देना पड़ता है। उन्होंने कहा कि पहले की सरकारे धरना करने के बाद किसानों की शर्तें मान लेती थी लेकिन अब सरकारे भी किसानों की बात मानने के बजाय उन पर लाठी चार्ज और आंसू गैस के गोले बरसाती हैं। उन्होंने कहा कि सरकारों ने कई बार अपने वादों की नाफरमानी की है और किसानो की मांगों को सिरे से नकारा है। देश की अदालतो ने कई बार किसानों को न्याय दिया है। किसान अपनी ताकत को वोट के रूप में उनके हकों के लिए लड़ने वालों के साथ खड़े होना शुरू कर दें तो प्रदेश ही नहीं देश में किसानों की सरकार बनने से कोई रोक नहीं सकता। उन्होंने कहा कि एमएसपी पर गारंटी का कानून लाने से सरकार को आखिर दिक्कत क्या है। उन्होंने भाजपा की सरकार के 25 वर्ष पूर्व खुटार क्षेत्र में किए गए अपने धरने को याद दिलाते हुए कहा कि आंदोलन के दौरान तत्कालीन मुख्यमंत्री राम प्रकाश गुप्ता को मुख्यमंत्री पद से हटाकर राजनाथ सिंह को मुख्यमंत्री बनाया गया था। जिसके बाद प्रदेश में पहली बार धान खरीद के लिए केंद्र लगे थे। 25 साल बाद रजत जयंती के रूप में 26 अक्टूबर को पीलीभीत के पूरनपुर मंडी समिति में फिर से इस तरह एक कार्यक्रम किया जाएगा और किसानों की मांगों को पूरा करने की रूपरेखा तैयार की जाएगी। उन्होंने किसानों से बड़ी संख्या में कार्यक्रम में उपस्थित होने की अपील भी की। उन्होंने कहा कि सरकार जब तक एमएसपी पर गारंटी का अधिकार नहीं लाती तब तक किसानों से एक बड़ा छलावा ही माना जाएगा। कार्यक्रम के दौरान संगठन के जिला अध्यक्ष सरवन सिंह, उमाशंकर, रक्षपाल, राम अवतार वर्मा, बलवीर सिंह, गुरप्रीत सिंह सचिन मिश्रा, राम शंकर मिश्रा, संदीप कुमार, राजेंद्र सिंह रामकिशोर वर्मा, विनोद कुमार, इंद्रजीत वर्मा आदि मौजूद रहे
