सीसीटीवी फुटेज से पुलिस की जांच नए मोड़ पर
खबर दृष्टिकोण।
लखनऊ। राजधानी के पीजीआई थाना क्षेत्र के बाबूखेड़ा यादव गांव में शुक्रवार दोपहर बदमाशों ने घर में घुसकर महिला की बेरहमी से हत्या कर दी। घटना के बाद उसका मंझला बेटा अचानक लापता हो गया। शुरुआती जानकारी में लूट और अपहरण की आशंका जताई गई, लेकिन बाद में मिले सीसीटीवी फुटेज ने मामले को उलझा दिया है। वारदात के बाद पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी और फॉरेंसिक टीम मौके पर पहुंची और जांच-पड़ताल की।
मृतका रेनू यादव (45) दूध कारोबारी रमेश यादव की पत्नी थीं। उनके तीन बेटे हैं—प्रीत (24), निखिल (22) और नितिन (18)। परिजनों ने बताया कि दो दिन पहले रेनू अपने मायके काकोरी के करझन गांव गई थीं और शुक्रवार दोपहर बेटे निखिल के साथ लौटी थीं। घर में बिखरा सामान और खाली डिब्बे मिलने के बाद परिजनों ने लूट के दौरान हत्या और बेटे के अपहरण की आशंका जताई। मौके पर जेसीपी, डीसीपी, एडीसीपी, एसीपी और पीजीआई पुलिस बल मौजूद था।
हमलावर पहले से घात लगाकर बैठे थे
मृतका के भाई राजू के अनुसार रेनू ने जैसे ही घर का ताला खोला, तीन-चार बदमाशों ने अचानक हमला कर दिया। इस दौरान छोटा बेटा नितिन बाहर क्रिकेट खेलने गया था और निखिल घर पर मौजूद था।
सिलेंडर से वार कर दी गई जान
पुलिस को घटनास्थल से खून से सना गैस सिलेंडर मिला है। आशंका है कि हमलावरों ने इसी से वार कर महिला को मौत के घाट उतारा। हमला होते ही निखिल घर से बाहर निकला तो बदमाशों ने उसका पीछा किया।
दोस्त को किया था आखिरी फोन
परिजनों ने बताया कि निखिल ने भागते समय अपने दोस्त को फोन कर कहा कि कुछ हथियारबंद लोग उसका पीछा कर रहे हैं और उसकी जान खतरे में है। इसके बाद उसका मोबाइल बंद हो गया। मृतका के पति रमेश ने बताया कि शुक्रवार सुबह उन्हें एक अज्ञात कॉल आई थी, जिसमें निखिल पर कर्ज न चुकाने का आरोप लगाते हुए गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी दी गई थी।
फुटेज ने बढ़ाई पुलिस की उलझन
शाम को पुलिस ने पास के एक कैमरे की सीसीटीवी फुटेज खंगाली तो निखिल घटना के बाद बैग टांगे मोटरसाइकिल से आराम से जाता हुआ दिखाई दिया। इस फुटेज ने परिवार की बताई कहानी और अपहरण के दावे पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
जांच के लिए बनी कई टीमें
डीसीपी दक्षिणी निपुण अग्रवाल ने बताया कि पुलिस ने मामले की जांच के लिए विशेष टीमें गठित की हैं। सभी पहलुओं पर बारीकी से छानबीन की जा रही है।
