खबर दृष्टिकोण बाराबंकी। शहर के देवकाली बाईपास के पास स्थित गौरी शंकर पैलेस में देवरिया के युवक ने प्रेमिका को पिस्टल से शूट करने के बाद अपना भेजा उड़ा लिया। सूचना पर पुलिस ने रविवार देर शाम कमरे का दरवाजा तोड़ा तो दोनों के शव बेड पर पड़े मिले। पुलिस ने शवों को कब्जे में लेकर छानबीन शुरू कर दी है। भाजपा के देवकाली मंडल अध्यक्ष हेमंत जायसवाल का रानोपाली चौकी क्षेत्र के अयोध्या-लखनऊ हाईवे के बगल गौरी शंकर पैलेस होमस्टे है। रविवार सुबह लगभग 10:10 बजे देवरिया के नगर कोतवाली क्षेत्र के आचार्य रामचंद्र शुक्ला नगर, भुजौली निवासी युवक आयुष कुमार गुप्ता (22) एक युवती के साथ यहां आया था। दोनों होमस्टे के द्वितीय तल पर स्थित कमरा नंबर 103 में ठहरे थे। दोपहर लगभग 12:32 बजे तक युवक कमरे के बाहर देखा गया। उसके बाद से उनका कमरा बंद हो गया। शाम लगभग पांच बजे वेटर चाय लेकर पहुंचा और काफी देर तक आवाज लगाने के बावजूद कोई हलचल नहीं हुई तो मालिक को सूचित किया। शाम लगभग छह बजे कोतवाली अयोध्या पुलिस को सूचना मिली। मौके पर सीओ अयोध्या आशुतोष तिवारी के नेतृत्व में पुलिस टीम पहुंची और छानबीन शुरू की। शिक्षक नेता विश्वनाथ सिंह की मध्यस्थता से युवक के परिजनों से संपर्क साधा गया, और उन्हें भरोसे में लेकर वीडियोग्राफी की निगरानी में कमरे का दरवाजा तोड़ा गया। कमरा खुला तो अंदर का दृश्य देखकर हर कोई दंग रह गया। कमरे के दक्षिणी दिशा में युवक का शव बेड पर पड़ा था, जबकि पश्चिमी दीवार से सटा युवती का शव पड़ा था। दोनों के माथे पर गन इंजरी थी। माथे पर एकदम सटाकर शूट किया गया था। युवक के घुटने के नीचे एक पिस्टल दबी थी, और दो कारतूस बिखरे थे। युवक के मुंह से खून बह रहा था। बेड के दोनों तरफ और बिस्तर पर भी खून बिखरा था। अंदाजा लगाया गया, कि युवक ने युवती को गोली मार कर खुद को गोली मार ली। मौके पर एसपी सिटी चक्रपाणि त्रिपाठी फॉरेंसिक टीम के साथ पहुंचे, और सभी पहलुओं को ध्यान में रखकर नमूने एकत्र किए। युवक के परिजनों की सूचना पर हरदोई में तैनात हेड कांस्टेबल व युवती के मामा धीरेंद्र कुमार ने कोतवाली अयोध्या के सीयूजी नंबर पर कॉल करके युवती की पहचान बताई। युवती की पहचान गाजीपुर थाना दरियाबाद बाराबंकी निवासी बसपा जिला अध्यक्ष के, के, रावत की पुत्री अरोमा के रूप में हुई है। वह अयोध्या में नर्सिंग का कोर्स कर रही थी। 2 जुलाई को वह घर से अयोध्या के लिए निकली थी। घटनास्थल की वीडियो ग्राफी करके स्वतंत्र साथियों के बयान दर्ज किए गए हैं। युवक और युवती अलग-अलग जिलों के बताए जा रहे हैं। वह अलग-अलग बिरादरी से बताए जा रहे हैं। उनका अब तक आपस में कोई नजदीक कनेक्शन नहीं सामने आया है। ऐसे में उनका संपर्क सोशल मीडिया के जरिए होने की आशंका जताई जा रही है। माना जा रहा है, कि सामाजिक बंधनों की वजह से प्रेम संबंधों को आगे न बढ़ा सकने की स्थिति में उन्होंने यह कदम उठाया होगा। होमस्टे संचालक के पास सिर्फ युवक की आईडी ही मौजूद थी। युवती का पहचान पत्र या अन्य कोई कागज़ात उनके पास नहीं थे। युवक का आधार कार्ड भी मोबाइल फोन में उन्होंने लिया था। इस वजह से युवती की पहचान करने में पुलिस को समय लगा। पुलिस को छानबीन में युवती की तरफ से मुरारी यादव नामक एक व्यक्ति की जानकारी हुई है। मुरारी ने पुलिस से संपर्क साधा और युवती के बारे में जानकारी दी।हालांकि इस व्यक्ति का क्या कनेक्शन है। उसे घटना की जानकारी कैसे हुई, आदि पहलुओं से अब तक पर्दा नहीं उठ सका है। कमरा अंदर से बंद था, इसलिए घटना में किसी तीसरे के शामिल होने की गुंजाइश नहीं है। दोनों परिवारों को बुलाया गया है। वीडियो ग्राफी की निगरानी व चिकित्सकों के पैनल से पोस्टमार्टम कराया जाएगा, अन्य पहलुओं पर छानबीन की जा रही है।
