(खबर दृष्टिकोण) बाराबंकी। पहाड़ों पर हो रही भारी बारिश की वजह से सरयू नदी उफान मारने लगी है। सरयू नदी के जलस्तर में बीती रात से लगातार इजाफा हो रहा है। सरयू के जलस्तर में इजाफे के कटान भी तेज हो गई है। इससे तटवर्तीय इलाकों में बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है। प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंच का हालात पर नजर बनाए हुए हैं। अधिकारियों ने सभी से सतर्क रहने की आपील की है। प्राप्त जानकारी अनुसार सिरौलीगौसपुर तहसील क्षेत्र में सरयू में उठ रहे उफान से गांवों में बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है। नेपाल से लाखों क्यूसेक पानी छोड़ छोड़े जाने से स्थिति गंभीर हो गई है। नदी का पानी धीरे-धीरे बढ़ रहा है। जिससे कुछ स्थानों पर हल्की कटान भी शुरू हो गई है, सनावां, टेपरा, कहारन पुरवा आदि नदी के मुहाने पर स्थित गांवों के निवासियों के मुताबिक कल रात से पानी का स्तर लगातार बढ़ रहा है। बाढ़ खंड विभाग कटान रोकने में विफल साबित हुआ है। स्थानीय लोगों का आरोप है, कि कटान वाले क्षेत्रों में पर्याप्त संख्या में परक्यू पाइन नहीं लगाए जा रहे हैं। जबकि जहां कटान नहीं हो रही है, वहां कटान रोकने का काम किया जा रहा है। सनावां तेलवारी गांव के हीरालाल, राजाराम, आदि ग्रामीणों ने बताया, कि पिछले दो दिनों से नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ा है। नदी किनारे रह रहे लोगों में दहशत का माहौल है। बाढ़ खंड के अवर अभियंता प्रदीप वर्मा का कहना है, कि कटान रोकने का प्रयास किया जा रहा है। लगातार कार्य किया जा रहे हैं। मंगलवार की शाम को उप जिला अधिकारी प्रीति सिंह ने सनावां गांव में बाढ़ क्षेत्र का औचक निरीक्षण किया। उनके साथ तहसीलदार महिमा मिश्रा भी मौजूद रही। एसडीएम ने सरयू नदी की वर्तमान स्थिति की जानकारी ली। ग्रामीणों ने बताया कि सोमवार की रात से नदी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। इस पर एसडीएम ने बाढ़ खंड समेत सभी संबंधित विभागों को सतर्क रहने के निर्देश दिए। उन्होंने अधिकारियों को नदी के जलस्तर पर निरंतर नजर रखने को कहा, साथ ही ग्रामीणों को भी जागरूक किया। एसडीम ने ग्रामीणों से कहा कि किसी भी तरह की समस्या होने पर तुरंत प्रशासन को सूचित करें। राहत टीम को भी अलर्ट मोड पर में रहने के निर्देश दिए गए हैं।
