लूट की घटना में पुलिस का खेल,बिना माल बरामद किये आरोपियो को भेजा जेल
(पीड़ित का आरोप लूट की धारा हटाकर सुशान्त गोल्फ सिटी पुलिस ने दो आरोपियो को भेजा जेल,माल भी नही किया बरामद,डीसीपी से शिकायत कर लूटा गया माल बरामद करने की लगायी गुहार)
ख़बर दृष्टिकोण
मोहनलालगंज।सुशान्त गोल्फ सिटी थाना क्षेत्र में चार दिन पहले बाइक सवार अज्ञात तीन लोगो ने स्कार्पियो सवार मोहित मिश्रा निवासी विरखुम्भा की कमर में लगी पिस्टल छीनकर उसकी बट से बुरी तरह पिटाई कर सोने की चेन व 35हजार रूपये छीनकर फरार हो गये।पीड़ित के बहनोई घनश्याम द्विवेदी निवासी निगोहां की तहरीर पर पुलिस ने लूट समेत अन्य धाराओ में बाइक नम्बर के आधार पर तीन अज्ञात के विरुद्व मुकदमा दर्ज किया था।लेकिन गम्भीर रूप से घायल युवक का मेडिकल तक नही कराया था,परिजनो ने घायल युवक को इलाज के टेंडर पाम हास्पिटल में भर्ती कराया था।लूट की घटना को अजांम देने वाले आरोपियो को पकड़कर माल बरामद कर जेल भेजने का पुलिस ने दावा किया था।लेकिन घटना को अजांम देने वाले खनन कराने वाले रसूखदार निकले तो पुलिस ने दर्ज मुकदमें में खेल करते हुये लूट की धारा हटा दी ओर दो आरोपियो सौरभ पाल व चन्द्रशेखर निवासीगण कुल्लीखेड़ा अर्जुनगंज थाना सुशान्त गोल्फ सिटी को पकड़कर लूटी गयी चेन व पैसा बिना बरामद किये प्रेसनोट जारी कर जेल भेज दिया।पुलिस के खेल का पीड़ित मोहित मिश्रा को पता चला तो शुक्रवार को डीसीपी निपुण अग्रवाल से उनके कार्यालय में मिलकर लिखित शिकायत करते हुये सुशान्त गोल्फ सिटी पुलिस पर लूट की धारा को हटाये हुये दो आरोपियो को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया ओर ना ही लूटी गयी चेन व 35हजार रूपये बरामद किये,पीड़ित ने डीसीपी से बताया पुलिस ने सब इस लिए किया क्यो की घटना को अजांम देने वाले आरोपी मिट्टी खनन कराते है ओर पुलिस के कमाऊ पूत है।वही तीसरे फरार आरोपी को भी पुलिस ने नही गिरफ्तार किया।पीड़ित ने विवेचना भी किसी अन्य थाने में ट्रांसफर करवाने की मांग की।डीसीपी निपुण अग्रवाल ने पूरे मामले को गम्भीरता से लेते हुये इंस्पेक्टर को फोन कर नाराजगी जताते हुये लूटा गया माल बरामद करने के साथ ही फरार आरोपी की भी तत्काल गिरफ्तारी करने के निर्देश दिए
पीड़ित मोहित ने बताया वो परिजनो के साथ सुशान्त गोल्फ सिटी पुलिस की शिकायत लेकर एसीपी गोसाईगंज के कार्यालय पहुंचा ओर पूरा मामला बताया तो एसीपी उसपर ही भड़क गये ओर बोले तुम पिस्टल लगाकर कैसे चलते हो तुम्हारी पिस्टल का लाइसेंस कैसिंल करा दूगा दोबारा पिस्टल लगाकर चले तो,जब मैने कहा लाइसेंसी पिस्टल है ओर अपनी जान माल की सुरक्षा के लिये लेकर चलता हू जिसके बाद भी बुरा भला कहकर चलता कर दिया।पीड़ित ने कहा एसीपी के इस तरह के व्यवहार की शिकायत भी उसने डीसीपी से की है।