दलितों के प्रति बढ़ते अपराध को रोकने में नितीश सरकार विफल : कांग्रेस सेवा दल यंग ब्रिगेड आदित्य पासवान
खबर दृष्टिकोण संवाद
पटना (बिहार) । कल बुधवार 26 मार्च को बिहार प्रदेश कांग्रेस (एस.सी.विभाग) के प्रवक्ता एवं बिहार प्रदेश कांग्रेस सेवादल (यंग ब्रिगेड) के पूर्व अध्यक्ष आदित्य पासवान ने राज्य में ध्वस्त हो चुकी कानून व्यवस्था के बीच दलितों के प्रति निरंतर बढ़ते अपराध पर अपनी गहरी चिंता व्यक्त की है तथा कहा है कि दलितों की हत्या, बलात्कार समेत संगीन मामलों को भी पुलिस-प्रशासन गंभीरता से नहीं ले रही है। ज्यादातर मामलों में पुलिस की रूचि अपराधियों को बचाने तथा मामले को रफा-दफा करने तक ही सीमित है।
यह सरकार की संवेदनहीनता के अलावा कुछ भी नहीं है, क्योंकि जब जब ऐसी घटनाओं के विरुद्ध दलित समाज द्वारा अन्दोलनात्मक कार्रवाई नहीं की जाती, तब तक पुलिस-प्रशासन हरकत में नहीं आती है। श्री पासवान ने विगत 13 मार्च को रोहतास जिले के कछवा थाना अंतर्गत लेवा गाँव की 16 वर्षीय दलित लड़की रचना पासवान की बलत्कार के बाद की गई नृशंस हत्या पर पुलिस निष्क्रियता एवं उदासीन रवैये के प्रति गहरा खेद व्यक्त किया है। कहा है कि स्थानीय पुलिस अपराधियों को खोजने की दिशा में अनुसन्धान की प्रक्रिया को दर किनार कर सिर्फ पीडिता के परिजनों को ही परेशान करने में जुटी हुई है, जो अत्यंत दुखद है।
उन्होंने हाल ही में दलितों के साथ हुई घटनाओं का जिक्र करते हुए कहा कि रविदास समाज की बेटियों, पासवान समाज की बेटियों के साथ बलात्कार, यौन शोषण एवं हत्या कर दी जाती है, किन्तु उन्हें समुचित न्याय नहीं मिला। 13 एवं 14 मार्च को क्रमशः रोहतास जिले की रचना पासवान एवं औरंगाबाद जिले की कोमल पासवान की जघन्य हत्या इस कड़ी में ज्वलंत उदाहरण हैं। अनुसूचित जाति के लड़कों की भी निरंतर हत्याएं हो रही हैं। 15 मार्च रणजीत पासवान की हत्या तथा 17-18 मार्च को सहरसा में हुई राजकुमार पासवान की हत्या ने पूरे अनुसूचित जाति के समाज को झकझोर कर रख दिया है। उन्होंने समस्त दलित समाज को एकजुट होकर वर्त्तमान सरकार को उखाड़ फेंकने का आह्वान किया है और चेतावनी दी है कि अगर दलितों के प्रति हो रहे अपराधों में संलिप्त अपराधियों की शीघ्र गिरफ्तारी के साथ साथ समुचित न्याय नहीं मिलेगा, तब ऐसी स्थिति में बिहार का पासवान – रविदास समाज सड़कों पर उतर कर जोरदार आंदोलन करेगा।
