लखनऊ,। उत्तर प्रदेश विधान मंडल का मानसून सत्र गुरुवार को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित हो गया। दोनों सदनों विधान परिषद और विधान सभा की कार्यवाही सिर्फ दिन ही चली, मानसून सत्र को 24 अगस्त तक चलना था। 17 अगस्त से शुरू हुए मानसून सत्र के पहले दिन दवंगत सदस्यों को श्रद्धांजलि दी गई। दूसरे दिन सरकार अनुपूरक बजट लेकर आई और तीसरे दिन इस पर चर्चा के बाद कार्यवाही को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया गया।विधान सभा के अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित ने सत्र की समाप्ति पर सदन के सदस्यों को धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि सभी दलीय नेताओं और सदस्यों ने सारगर्भित चर्चा में भाग लिया। उन्होंने बताया की इस सत्र में कुल 14 महत्वपूर्ण विधेयक पारित किए गए, जिसमें उत्तर प्रदेश नगरीय परिसर किरायेदारी विनियमन विधेयक 2021, उत्तर प्रदेश (द्वितीय) निरसन विधेयक 2021, उत्तर प्रदेश धूम्रपान विषेघ (सिनेमा घर) (निरसन) विधेयक 2021, उत्तर प्रदेश लोकतंत्र सेनानी सम्मान (संशोधन) विधेयक 2021,उत्तर प्रदेश (तृतीय) निरसन विधेयक 2021, उत्तर प्रदेश विंध्य धाम तीर्थ विकास परिषद विधेयक 2021, उत्तर प्रदेश श्री चित्रकूट धाम तीर्थ विकास परिषद विधेयक 2021 आदि विधेयक पारित किये गए।विधान सभा के अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित ने बताया की सत्र में तीन उपवेशन हुए। सदन की कार्यवाही को 12 घंटा 16 मिनट चली। दो घंटा नौ मिनट बाधित रही। सदन के प्रथम दिन विधानसभा के वर्तमान छह सदस्यों जिनमें विजय कुमार कश्यप, सुरेश कुमार श्रीवास्तव, रमेश चन्द्र दिवाकर, केसर सिंह, दल बहादुर व देवेन्द्र प्रताप सिंह की कोरोना महामारी के कारण निधन हो जाने से उनको श्रद्धांजलि दी गई। उन्होंने बताया की तीन दिन के उपवेशन में अल्पसूचित प्रश्न 90, तारांकित प्रश्न 957, अतारांकित प्रश्न 1347, प्राप्त हुए। इनमें कुल 270 प्रश्न उत्तरित हुए। इसी प्रकार सरकार से वक्तव्य मांगने वाले नियम-51 के अन्तर्गत 187 सूचनाएं प्राप्त हुई। जिन्हें वक्तव्य तथा ध्यानाकर्षण के लिए स्वीकार किया गया।हृदय नारायण दीक्षित ने बताया की सत्र में 730151.58 लाख का अनुपूरक बजट पास हुआ। बजट में स्वच्छ भारत मिशन, छुट्टा गोवंश, बकाया गन्ना मूल्य के भुगतान, एक्सप्रेस-वे, अयोध्या वाराणसी की पर्यटन योजनाओं, डॉ. आम्बेडकर स्मारक व ओलंपिक विजेताओं के सम्मान के लिए विशेष रूप से बजट का प्राविधान किया गया है। नेता सदन योगी आदित्यनाथ ने एक घंटा 13 मिनट उपस्थित रहकर अनुपूरक बजट पर चर्चा की और अब तक की उपलब्धियों पर प्रकाश डाला। वह प्रतिदिन सदन की कार्यवाही में उपस्थित रहे। नेता विरोधी दल राम गोविन्द चौधरी निरंतर उपस्थित रहे। नियम-56 सहित विभिन्न प्रकार के जन महत्व के प्रश्नों को उठाया।
