क्या पुलिस सच में कर रही थी तलाश या सिर्फ फरमाल्टी को किया पूरा ?
खबर दृष्टिकोण जुम्मन अली
कुशीनगर। जिले के थाना रामकोला की पुलिसिया कार्यवाही का एक ऐसा मामला सामने आया है जिसने कई तरह के सवाल खड़े कर दिए हैं। यह मामला अपने आप में चर्चा का विषय बना हुआ है कि आखिर करीब 3 महीने पूर्व गुमशुदगी का मामला परिजनों ने दर्ज कराई थी लेकिन अब गुमशुदा युवक का शव तीतर बीतर अवस्था में मिला है।
गौरतलब हो कि थानाक्षेत्र रामकोला निवासी अभिलाष श्रीवास्तव ने 20 जनवरी 2025 को थाना स्थानीय पर अपने भाई अनुराग श्रीवास्तव उम्र लगभग 30 वर्ष का एक दिन पूर्व थाना नेबुआ नौरंगिया क्षेत्रान्तर्गत बघपरना नहर के पास से गायब हो जाने के सम्बन्ध में गुमशुदगी दर्ज कराया था। लेकिन महिनों गुजर गए भाई का कोई सुराग नहीं मिला। बीते दिनों 16 मार्च को थाना विशुनपुरा क्षेत्रान्तर्गत मठिया माफी गांव के सामने गण्डक नहर में एक अज्ञात व्यक्ति का शव बरामद हुआ था जिस पर जानकारी देते हुए तमकुहीराज क्षेत्राधिकारी अमित सक्सेना ने बताया कि अज्ञात शव को थाना विशुनपुरा पुलिस द्वारा मर्चरी हाउस पोस्टमार्टम के लिये भेजवाया गया था कि सूचना मिलने पर अभिलाष ने मर्चरी हाउस पर कपड़ों के पहनावा, मोबाइल फोन आदि के आधार पर अज्ञात शव की पहचान अपने भाई अनुराग श्रीवास्तव के रूप में किया। आगे बताया कि चिकित्सक पैनल द्वारा शव का पोस्टमार्टम किया गया तथा विसरा संरक्षित किया गया है। इस संबंध में डीएनए परीक्षण आदि सहित सम्यक अग्रेतर विधिक कार्यवाही की जा रही है।



