लखनऊ, । उत्तर प्रदेश विधानसभा में पेश अनुपूरक बजट को बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने संकट में घिरी गरीब और मेहनतकश जनता की उम्मीदों पर पानी फेरने और दिल दुखाने वाला बताया है। बीएसपी चीफ मायावती ने ट्वीट कर कहा कि यदि यूपी सरकार, तमिलनाडु की तरह, पेट्रोल की कीमत तीन रुपये कम कर देती तो करोड़ों जनता को महंगाई से थोड़ी राहत जरूर मिल जाती।बसपा सुप्रीमो मायावती ने बुधवार को ट्वीट कर कहा कि ‘यूपी विधानसभा में पेश अनुपूरक बजट राज्य की विभिन्न संकटों में घिरी गरीब और मेहनतकश जनता के लिए उम्मीदों का कम व दिल दुखाने वाला ज्यादा है। अगर यूपी सरकार, तमिलनाडु की तरह, पेट्रोल की कीमत तीन रुपये कम कर देती तो करोड़ों जनता को महंगाई से थोड़ी राहत जरूर मिल जाती।’बसपा प्रमुख मायावती ने अपने अगले ट्वीट में कहा कि ‘वैसे भाजपा सरकार ने जिस प्रकार से अंधाधुंध वादे और घोषणायें आदि किए हैं उसके अनुसार बजट का सही प्रबंध नहीं होने से वे कागजी घोषणायें ही बनकर रह जाएंगी, जबकि बीएसपी सरकार में घोषणाओं से पहले उसके लिए वित्तीय व्यवस्था जरूरी था। यही असली फर्क है बीएसपी व अन्य में।बता दें कि उत्तर प्रदेश चुनाव की तैयारियों में जुटी योगी सरकार ने बुधवार को विधान मंडल में वित्तीय वर्ष 2021-22 का पहला अनुपूरक बजट पेश किया है। विधानसभा में पेश 7301.52 करोड़ रुपये का अनुपूरक बजट, जो आम बजट का 1.33 प्रतिशत है। वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने अनुपूरक बजट पेश करते हुए कहा कि इन साढ़े चार वर्षों के कार्यकाल में पब्लिक का परसेप्शन बदला है। उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने कई नए रिकार्ड बनाए और कई रिकार्ड तोड़े गए हैं। कहा कि जो अत्यंत जरूरी योजनाओं को पूरा करने के लिए यह बजट लाया गया है। इसमें युवाओं को रोजगार के लिए तीन हजार करोड़ रुपये की व्यवस्था की गई है।