*माल सीएचसी में गरीब महिला को एक्सपायरी इंजेक्शन लगने की सूचना पर माल सीएचसी पंहुचे थे किसानों के मसीहा? राकेश सिंह चौहान*
*एक आधे झोलाक्षाप डाक्टरों पर नोटिस चश्पा कर वाह वाही लूटने वाले सीएचसी अधीक्षक संदीप सिंह किसान मसीहा के ऊपर आरोप लगाकर सीएमओ से मांग रहे सुरक्षा*
*खबर दृष्टिकोण लखनऊ*
*आशीष कुमार सिंह विशेष संवाददाता*
*लखनऊ/माल* कुछ दिन पहले अभी माल सीएचसी अधीक्षक सैदापुर चौराहे पर बगैर रजिस्ट्रेशन के वर्षो से चल रहे ओम साई हास्पिटल में एक बच्ची इलाज के दौरान हास्पिटल में ही उसकी मृत्यु हो गई थी। जिसकी सूचना पत्रकार निखिल विश्वकर्मा को मिलनें पर हास्पिटल की वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल की गई थी। जिस पर माल सीएचसी अधीक्षक संदीप सिंह ने हास्पिटल पहुंच कर नोटिस चश्पा कर हास्पिटल संचालक से रजिस्ट्रेशन और डाक्टर स्टाफ की डिग्री व और भी कई बिंदुओं पर जांच कर कागज लेकर सीएचसी पर पहुंचने के लिए बोल कर वहां से वापस चले आए थे। जिस पर आगे की कार्यवाही क्या की गई यह बात मीडिया के लोगों का बताना उचित नहीं समझा था खैर यह सब छोड़ो यह स्वास्थ्य विभाग हैं यहां तो पूरे प्रदेश में हर घंटे सैकड़ो की संख्या में लोग मरते रहते है और जांचे सुचारु रूप से चला करती हैं और सीएचसी से लेकर स्वास्थ्य भवन तक के उच्च अधिकारी घटना घटित हो जाने के बाद छोटी मोटी कार्यवाही करके वाह वाही लूटने में लगे रहते हैं।
हां बात करें अगर हम की स्वास्थ्य विभाग पहले से ऐसे क्लीनिकों व झोलाक्षाप डाक्टरों पर कार्यवाही क्यों नहीं करता तो आपको हम बता दें की कुछ लोग तो ऐसे हैं जिनका रजिस्ट्रेशन नहीं होता है बाकी स्वास्थ्य विभाग को सब पता रहता की कौन सा हास्पिटल कहां चल रहा है वहां पर कौन डाक्टर बैठा यह सारी जानकारी सीएमओ आफिस में बैठे जिम्मेदार सरकारी दामादों को बाखूबी होती है। क्योंकि रजिस्ट्रेशन सीएमओ आफिस से होता है एक डाक्टर की डिग्री पर कई अस्पतालों के रजिस्ट्रेशन थोड़े धन के लालच में बड़े ही आसानी से हो जाता है लेकिन रही बात मानकों की तो मानक तो कोई पूरा ही नहीं कर सकता यह मैं दावे के साथ कह सकता हूं। क्योंकी यह लोग अधिकारियों की जेब हमेशा गर्म रखते है जिससे कोई भी स्वास्थ्य विभाग की टीम जब तक कोई मरीज मर नहीं जाता है तब तक हास्पिटल रजिस्ट्रेशन होने के बाद झांकने नहीं जाती है।
*एक्सपायरी इंजेक्शन लगने के बाद महिला की हालत बिगड़ने पर सीएचसी माल में परिजनों ने किया था हंगामा*
आपको बता दें चार दिन पहले एक महिला को सीएचसी माल में डॉक्टर ने एक्सपायरी इंजेक्शन लगा दिया था जिससे महिला की हालत इंजेक्शन लगने के बाद काफी बिगड़ गई थी, हालत बिगड़ने पर परिजनों ने सीएचसी माल में हंगामा किया था इस घटना को कई समाचार पत्रों ने सीएचसी माल के डाक्टरों के द्वारा हुई लापरवाही को प्रमुखता से प्रकाशित किया था जिसकी सूचना मिलते ही किसानों के मसीहा राकेश सिंह चौहान राष्ट्रीय अध्यक्ष भारतीय किसान यूनियन (अरा) किसानों के साथ सीएचसी पहुंचे थे, सीएचसी पहुंचकर राष्ट्रीय अध्यक्ष नें डाक्टर के द्वारा हुई लापरवाही पर सवाल किए थे। जिनके सवालों के जवाब में अधीक्षक संदीप सिंह व सीएमओ मनोज अग्रवाल ने सैम्पल भेजा गया है रिपोर्ट आ जाने के बाद जिस डाक्टर से लापरवाही बरती गई है उस पर विभागीय कार्यवाही की जाने की जाने पर किसानों और परिजनों को शांत करके घरों को वापस भेज दिया था। जांच रिपोर्ट अभी तक आ नहीं पाई थी लेकिन आगे चलकर किसान और मजदूर कोई हंगामा न कर पाए इससे पहले ही सीएचसी अधीक्षक संदीप सिंह कुछ अपने चहेते पत्रकारों को बुलाकर सीएमओ साहब से सुरक्षा व्यवस्था की मांग करने लगे हैं। सीएचसी अधीक्षक के कुछ करीबी पत्रकार किसानों के मसीहा कहे जाने वाले राकेश सिंह चौहान पर समाचार पत्रों में उनकी छवि को लेकर खबरें प्रकाशित करने में लगे हुए हैं वह लोग इस कारण लगे हुए हैं भविष्य में किसानों के मसीहा कहे जाने वाले राकेश सिंह चौहान कहीं सैकड़ो किसानों को लेकर धरने पर न बैठ जाएं जिससे सीएचसी अधीक्षक संदीप सिंह की मलाईदार कुर्सी ना हाथ से चली जाए।
