ख़बर दृष्टिकोण लखनऊ।
मोहनलालगंज।निगोहां के जवाहरखेड़ा गांव में भेड़िया आने की सूचना और हमला करने का ग्रामीणों का दावा झूठा निकला।दो दिनों तक वन विभाग ने मैपिंग डिजिटल कैमरों से निगरानी की जिसमे केवल जंगली सियार और बिल्ली ही दिखे जिसके बाद वन विभाग ने गांव से कैमरों को हटा लिया है।निगोहां के जवाहरखेड़ा में एक सप्ताह पहले ग्रामीणों ने वन विभाग को सूचना देकर बुलाया था।और दावा किया था कि उनके गांव में भेड़िए ने दस्तक दी है।जिसके बाद वन विभाग के डिप्टी रेंजर अभिषेक चौधरी ने अपनी टीम के साथ कई दिनों तक गांव सहित पास के जंगल खेतो में कांबिंग कर तलाश की थी पर कुछ न मिलने पर ग्रामीणों को समझाया था।इसके बावजूद ग्रामीणों दो दिन पहले फिर से दावा किया था कि फिर से भेड़िया गांव किनारे किसान कुंवर के खेत के पास आया है और उसने हमले की कोशिश की है।इसके बाद ग्रामीणों के दावे पर डिप्टी रेंजर ने नाइट विजन डिजिटल कैमरों को चिन्हित स्थानों पर लगाकर दो दिनों तक निगरानी की इस दौरान वन विभाग को मैपिंग कैमरों में केवल सियार और बिल्ली की ही दस्तक दिखी जिसके बाद वन टीम ने कैमरों को हटाकर ग्रामीणों को समझाया कि भेड़िया जैसा कुछ नही है परेशान होने की जरूरत नही आप लोग समान्य रूप से अपनी दिनचर्या रखे।डिप्टी रेंजर अभिषेक ने बताया की जवाहर खेड़ा गांव में दो दिन मैपिंग कैमरों से निगरानी की गई पर भेड़िया जैसा कुछ नही दिखा है।जिसके बाद कैमरे हटा लिए गए