खबर दृष्टिकोण जिला संवाददाता अंकित कुमार द्विवेदी
जालौन पुलिस कप्तान ने नगर में भ्रमण कर सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया
इस दौरान तमाम चौकों पर मजलिस हुई। कई लोगों ने जुलूस के लिए लंगर के इंतजाम भी किए। जिले के पुलिस कप्तान डॉ. दुर्गेश कुमार ने चेहल्लुम पर्व के दृष्टिगत कोंच में भ्रमण कर सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया एवं ड्यूटीरत पुलिस बल को सतर्कता पूर्वक ड्यूटी करने के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए रविवार की रात को नगर में चेहल्लुम पर हजरत इमाम हुसैन की याद में ढोलों की मातमी धुनों पर ताजियों का जुलूस निकाला गया। यजीद के जुल्मों के खिलाफ लड़ते लड़ते शहीद हुए इमाम हुसैन के 72 साथियों को याद किया गया। चेहल्लुम पर उनकी शहादत को याद कर सारा माहौल गमगीन हो गया। बच्चा हो या बुजुर्ग हर किसी की आंखें नम थीं और सारा माहाैल गमगीन था। ताजिया जुलूस रविवार की रात चंदकुआं चौराहे से उठा और सागर तालाब, नई बस्ती, कटरा बाजार, लवली चौराहा, स्टेट बैंक होकर चौकों से ताजिये लेता हुआ सोमवार की सुबह बजरिया पावर हाउस पहुंचा जहां मेले के रूप में परिवर्तित हो गया। उस्तादों की सरपरस्ती में शागिर्द आग के खेल और बनैती खेलते रहे। इसके बाद ताजिये अपने अपने चौकों पर वापस चले गए। सुबह करीब साढ़े सात बजे कैलिया बस स्टैंड पर मोहम्मद अफजाल खान के आवास के बाहर फातिहा दी गई और लंगर का भी इंतजाम किया गया था। विधायक मूलचंद्र निरंजन, पालिकाध्यक्ष प्रदीप गुप्ता, शहर काजी बशीर उद्दीन, मंजर खान, आलम खान आदि रहे। दोपहर दो बजे एक बार फिर जुलूस शुरू हुआ, अंसारी विरादरी का ताजिया सबसे पहले उठा, इसके बाद निर्धारित रूट पर आगे बढ़ता हुआ जुलूस देर रात कर्बला पहुंचा जहां नम आंखों से ताजियों को सुपुर्द-ए-खाक कर दिया गया। सुरक्षा व्यवस्था की दृष्टि से एसडीएम ज्योति सिंह, सीओ अर्चना सिंह के निर्देशन में कोतवाल अरुण कुमार राय सभी चौकी प्रभारियों व पुलिस बल के साथ ताजिया जुलूस में शामिल रहे।