खबर दृष्टिकोण
मिश्रिख /सीतापुर। कोतवाली क्षेत्र के एक गांव में सोमवार सुबह एक मासूम करंट की चपेट में आ गई। बेटी को बचाने के प्रयास में उसकी मां भी करंट की चपेट में आ गई। गंभीर रूप से झुलसी मां-बेटी को सीएचसी लाया गया, जहां चिकित्सकों ने दोनों को मृत घोषित कर दिया। घटना के बाद परिवार में कोहराम मच गया। पूरे गांव में शोक की लहर दौड़ गई।
परसौली निवासी अनीता 35 व उसकी पुत्री महक 9 सोमवार को घर में थीं। रक्षाबंधन का पर्व मनाया जा रहा था। महक बिजली के बोर्ड में पंखे का तार लगाने लगी। अचानक उसे करंट लग गया और वह तार से चिपक गई।
यह देख मां अनीता उसे छुड़ाने पहुंची तो दोनों ही करंट की चपेट में आ गईं। चीख सुनकर परिजनों ने दोनों को किसी तरह छुड़ाया और सीएचसी में भर्ती कराया, जहां चिकित्सकों ने दोनों को मृत घोषित कर दिया।
त्योहार के दिन हुआ हादसा, मचा कोहराम
रक्षाबंधन के पर्व पर यह हादसा हुआ। जिसके बाद पूरे गांव में कोहराम मच गया। जिसने सुना वह दंग रह गया। अनीता का पति रामजीवन मजदूरी करके पूरे परिवार को पालता है। पोस्टमार्टम के बाद अनीता का दाह संस्कार कर दिया गया है। वहीं महक को दफन किया गया है।
भाई की कलाई पर नहीं बंध पाई राखी
अनीता की तीन संतानें थीं। जिसमें दो बेटियां महक 9, शीतल 11 और एक बेटा राजवीर 4 है। सोमवार सुबह करीब 10 बजे यह हादसा हुआ। राखी बांधने का मुहूर्त दोपहर डेढ़ बजे का था। इसलिए घर पर रक्षाबंधन की तैयारियां चल रहीं थीं। घटना के बाद राजवीर अपनी सूनी कलाई और महक को देखकर बस रोये जा रहा था। अपनी बहन को खोने के बाद शीतल का भी रो-रोकर बुरा हाल था।