मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने सरकारी स्कूलों में बच्चों को पौष्टिक भोजन उपलब्ध कराने के लिए ‘मुख्यमंत्री बाल पौष्टिक आहार योजना’ की शुरुआत की। हमीरपुर में इस पहल की शुरुआत करते हुए उन्होंने कहा कि यह मौजूदा मध्याह्न भोजन योजना की पूरक होगी। इसका लक्ष्य 15,181 स्कूलों में नर्सरी से आठ तक के छात्रों को भोजन उपलब्ध कराना है।
हमीरपुर (हिमाचल प्रदेश) । हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने रविवार को सरकारी स्कूलों में बच्चों को पौष्टिक भोजन उपलब्ध कराने के लिए ‘मुख्यमंत्री बाल पौष्टिक आहार योजना’ की शुरुआत की। हमीरपुर में इस पहल की शुरुआत करते हुए उन्होंने कहा कि यह मौजूदा मध्याह्न भोजन योजना की पूरक होगी और इसका लक्ष्य 15,181 स्कूलों में नर्सरी से कक्षा आठ तक के छात्रों को पौष्टिक भोजन उपलब्ध कराना है। इस योजना के तहत स्कूली बच्चों को सप्ताह में एक बार उबले अंडे या फल उपलब्ध कराए जाएंगे।
सुक्खू ने कहा, “वर्तमान में लगभग 5,34,293 लाख बच्चे मध्याह्न भोजन योजना से लाभान्वित हो रहे हैं। नयी पहल के तहत अब उन्हें अतिरिक्त पोषण मिलेगा।” उन्होंने कहा, “स्कूल बच्चों की पसंद के आधार पर स्थानीय बाजारों से ताजे फल खरीदेंगे।” राज्य सरकार ने चालू वित्त वर्ष में इस योजना के लिए अतिरिक्त 12.75 करोड़ रुपये आवंटित किए हैं। सुक्खू ने आगे कहा कि शैक्षणिक और प्रशासनिक प्रक्रियाओं में डिजिटलीकरण को बढ़ावा देने के सरकार के प्रयासों के तहत लगभग 17,510 प्राथमिक स्कूल शिक्षकों को ‘टैबलेट’ दिए जाएंगे।