वाराणसी। सिगरा थानांतर्गत लल्लापुरा नई बस्ती स्थित प्रजापति कुम्हार हितकारिणी सभा के भवन में बिहार के छपरा निवासी दिलीप रावत की हत्या परिचित की पत्नी पर अवैध संबंध के लिए दबाव बनाने के कारण की गई थी। उसके सिर व शरीर के अन्य हिस्सों पर डंडे से वार कर उसका गला पुराने कपड़े से बनाई गई रस्सी से कसा गया था। इसके बाद उसका हाथ पैर गमछे से बांध कर शव को शौचालय में फेंक दिया गया था। शुक्रवार को प्रकरण का राजफाश करते हुए सिगरा पुलिस ने दंपती समेत तीन आरोपितों को अदालत में पेश किया, जहां तीनों को न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया गया।प्रजापति कुम्हार हितकारिणी सभा के सचिव रतन कुमार प्रजापति ने गत चार अगस्त की शाम पुलिस को सूचना दी थी कि उनके सामुदायिक भवन में कमरे से अटैच शौचालय से दुर्गंध आ रही है। पुलिस पहुंची तो वहां शव पड़ा था। रतन ने पुलिस को यह भी बताया कि भवन में निर्माण चल रहा था। काम करने वाला बिहार के पश्चिमी चंपारण के हरपुर गांव का राजगीर मिस्त्री जितेंद्र कुमार श्रीवास्तव और उसके साथ काम करने वाला मजदूर व उसकी पत्नी गायब हैं।