लखनऊ । जोन 6 । एक और जरा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी लखनऊ को स्मार्ट सिटी बनाने में कोई भी कसर नहीं छोड़ रहे हैं । वही नगर निगम मुख्यमंत्री के मंसूबों पर पानी फेरने में कोई कसर नहीं छोड़ रहा है ।
बता दें कि पूरा बुद्धेश्वर चौराहा धीरे धीरे अतिक्रमण की चपेट मे आ चुका है । पारा क्षेत्र मे पड़ने वाला बुद्धेश्वर चौराहा काफी व्यस्त चौराहे मे आता है यहा ट्रैफिक पारा के अन्य चौराहों से ज्यादा होने के कारण अक्सर जाम की स्थिति बनी रहती है वही बुद्धेश्वर चौराहे के चारो ओर नगर निगम की लापरवाही के चलते अतिक्रमण अपने पैर फैला चुका है । वही पारा क्षेत्र मे पड़ने वाले बुद्धेश्वर महादेव मंदिर का सावन माह मे भक्तो का बहुत ज्यादा संख्या मे आना होता है । वही सरकार भी भक्तो को कोई परेशानी ना हो इसका पूरा ध्यान रखती है । लेकिन नगर निगम की उदासीनता के कारण बुद्धेश्वर महादेव मंदिर के गेट नंबर दो के ठीक सामने सुंदरलाल यादव ने झोपड़ी बनाकर बुके बेचने के साथ ही गाड़ियों को सजाने की दुकान लगा रखी है । जिससे मंदिर जाने वाले भक्तो को आयदिन खाशा परेशानियों का सामना करना पड़ता है । वही एक ओर जहा एक ही दुकान पर गुटखा व तंबाकू ना बेचने का सरकारी फरमान है वही गेट नंबर दो के ठीक सामने लगी दो पान मसाले की गुमटी वाले दुकानदार खुलकर नियमो की धज्जियां उड़ाते खुलेआम देखे जा सकते है । नगर निगम की कुंभकर्णीय नींद का अंदाजा इस बात से ही लगाया जा सकता है कि महिलाओं के लिए बुद्धेश्वर चौराहे पर पिंक ट्वायलेट बनवाया गया था लेकिन अतिक्रमण करने वालो ने पिंक ट्वायलेट के ठीक बगल मे ही अतिक्रमण कर अपनी स्थाई दुकान बना डाली बता दे कि पिंक ट्वायलेट के ठीक बगल मे राकेश गुप्ता नामक व्यक्ति ने अतिक्रमण कर स्थाई दुकान बना ली और तो और पूरे क्षेत्र मे ये एक इकलौती दुकान है जो 24 घंटे खुलती है । इस दुकानदार को ना ही नगर निगम का डर है और ना ही पुलिस प्रसाशन का डर है । पिंक ट्वायलेट के ठीक बगल मे इस दुकान की वजह से यहा हमेशा ही पान मसाला , सिगरेट , चाय पीने वाले लड़को का जमावड़ा लगा रहता है । जिससे पिंक ट्वायलेट जाने से महिलाएं अक्सर कतराती नजर आती है कई बार तो लड़कियों को छीटाकशी तक का सामना करना पड़ता है । इसी कारण कई बार लड़कियों , महिलाओं ने मुख्यमंत्री के जनसुनवाई पोर्टल पर सिकायत तक दर्ज कराई लेकिन नगर निगम राकेश गुप्ता की दुकान को टस से मस तक नही कर सका । अब देखना दिलचस्प होगा कि आखिर नगर निगम की कुंभकर्णीय नींद कब टूटेगी कब क्षेत्र को अतिक्रमण मुक्त कराया जा सकेगा ।