सरगना को लगी गोली
कन्नौज, सिकंदरपुर में व्यापारी के घर पर डकैती डालने वाले तीन डकैतों को पुलिस ने मुठभेड़ के बाद दबोच लिया। सरगना के पैर में गोली लगी है। हरदोई और गौतमबुद्धनगर निवासी छह डकैत भागने में कामयाब रहे। कानपुर परिक्षेत्र के आइजी मोहित अग्रवाल ने डकैतों को गिरफ्तार करने वाली टीम को 25 हजार रुपये का इनाम देने की घोषणा की है। रविवार को पुलिस कार्यालय में एसपी प्रशांत वर्मा ने बताया कि 29 जुलाई की रात डकैतों ने सिकंदरपुर में व्यापारी अखिलेश मिश्रा के घर पर लूटपाट की थी। उनके बेटे विजय को गोली मार घायल कर दिया था। शनिवार रात छिबरामऊ कोतवाली प्रभारी विनोद मिश्रा, एसओजी प्रभारी रणजीत राय, स्वाट टीम प्रभारी विक्रम सिंह व राकेश सिंह ने करमुल्लापुर-रौरी मार्ग पर घेराबंदी की तो डकैतों ने फायरिंग कर दी। पुलिस ने जवाबी फायरिंग करते हुए तीन डकैतों को पकड़ लिया। गिरोह के सरगना रविदास उर्फ करिया निवासी शेखाना कन्नौज के पैर में गोली लगी है, जबकि उसके साथी ग्राम हीरापुरवा कन्नौज निवासी अनिल राजपूत व मानीमऊ क्षेत्र के ग्राम गुखरू निवासी इदरीश को भी दबोचा गया।एएसपी डा. अरविंद कुमार ने बताया कि डकैत दो गाडिय़ों से चलते हैं, जिसमें तीन हरदोई जिले के सांडी थानाक्षेत्र के हैं, जबकि दो जिला गौतमबुद्धनगर के दादरी क्षेत्र के हैं। वहीं, एक अन्य स्थानीय निवासी है। सभी फरार डकैतों की तलाश में पुलिस की टीमें दबिश दे रहीं हैं। वारदात को अंजाम देने से पहले करिया ने अखिलेश के घर की तीन दिन तक रेकी की थी। पुलिस ने एक हांडा सिटी कार समेत तीन तमंचे, दो कारतूस व चार खोखा कारतूस बरामद हुए हैं। इसके अलावा डकैतों के पास से लूटे गए मोबाइल, 35,900 रुपये भी बरामद हुए हैं। कार भी चोरी की बताई जा रही है, जिसकी छानबीन की जा रही है।प्रभारी निरीक्षक विनोद मिश्रा ने बताया कि रविदास उर्फ करिया गिरोह का सरगना है और उसकी हिस्ट्रीशीट खुली है। उसके ऊपर कन्नौज के विभिन्न थानों में 29 आपराधिक मुकदमे हैं। वहीं, इदरीश चंदन तस्करी से भी जुड़ा है। राजस्थान पुलिस को भी चंदन तस्करी के मामले में उसकी तलाश थी। जबकि अनिल राजपूत हीरापुरवा में प्रधानपति रामशरण की हत्या के षड्यंत्र में शामिल रहा है।
