खबर दृष्टिकोण राजकपूर यादव
पडरौना /कुशीनगर । मामला पडरौना क्षेत्र के ग्राम पंचायत सेमरा हरदो की है जहां पर ग्राम प्रधान की लापरवाही की वजह से इस गांव की लगभग 80 फीसद नालियां जर्जर हालत में है और बीमारी को बढ़ावा दे रहे हैं। गांव के जनप्रतिनिधि ग्रामीण समस्याओं को लेकर बेपरवाह बने हुए हैं। नालियों से संबंधित समस्याओं के समाधान के लिए ग्राम प्रधान ही नहीं खंड विकास अधिकारी पडरौना के तरफ से भी कई बार आश्वासन दिया जा चुका है। लेकिन फिर भी हालत ज्यों का त्यों बना हुआ है। कार्यों के संचालन ना कर तरह-तरह के बहाने बनाए जाते रहे हैं। ग्रामीणों का कहना है कि यहां की 10 साल, 15 साल पुरानी नालियां है और हमेशा जल जमाव बना रहता है। सफाई कर्मी समय पर आते नहीं और जिम्मेदार जनप्रतिनिधि इस समस्या का समाधान ना करते हुए सिर्फ वह सिर्फ आश्वासन देते रहे हैं। जहां जल निकासी की समस्या है वहां सोखता निर्माण हेतु धन की भी उगाही इस ग्राम पंचायत में की गई है लेकिन जमीनी स्तर पर किसी प्रकार का इस संबंध में मानक के अनुसार कार्य नजर नहीं आता।