सेवरही के भुलिया बाजार में संचालित है बंगाली डाक्टर क्लिनिक
खबर दृष्टिकोण मैनेजर भारती
तमकुहीराज /कुशीनगर । सरकार स्वास्थ्य विभाग को चुस्त-दुरुस्त करने में जी जान लगाएं हुए हैं लेकिन सरकार के अधिनस्थ सभी नियमों को ताक पर रख अपनी नियम रख कर व संरक्षण देकर छोला छाप डाक्टरों को छूट दिए हुए हैं। इसका सिधे तौर पर उदाहरण जनपद में बंगाली डाक्टरों का जमघट लगा हुआ है। सनद रहे कि स्वास्थ्य विभाग की अनदेखी कहें या कुछ तथाकथित लोगों का संरक्षण से सेवरही क्षेत्र के भुलिया बाजार में स्थित बंगाली डाक्टरों का कारगुजारी से स्वास्थ्य विभाग मौन साधे हुए हैं।अब यह मौन क्यों साधे हैं यह जांच भविष्य के गर्भ में निहित है। सूत्रों के अनुसार सेवरही के भुलिया बाजार में स्थित बंगाली डाक्टर प्रत्येक दिन तो मरीज देखता ही साथ ही रविवार के दिन लम्बी कतार में आयें मरिजो का इलाज के साथ छाड़ फूंक भी जारी रखता है। इलाज व छाड़ फूंक के नाम पर भोली भाली जनता से गम्भीर बिमारी व भूत प्रेत का साया बताकर धना दोहन करता है। लोग बताते हैं की रविवार के दिन बंगाली डाक्टर द्वारा छाड़ फूंक भी किया जाता है। लोगों ने यह भी बताया की बिना डिग्री का बोर्ड लगा कर अपने तो इलाज करता ही है अब अपने पुत्र से भी इलाज करवा रहा है। पिता के अनुपस्थित में बंगाली का पुत्र इलाज करता है । जिले के साथ क्षेत्रिय स्वास्थ्य विभाग के जिम्मेदार अगर नहीं चेते तो किसी दिन बड़ी घटनाएं घट सकती है।इस सम्बन्ध में ज़िला चिकित्सा अधिकारी सुरेश पटारिया से पूछे जाने पर बताया कि उक्त के सम्बन्ध में जांच कर अवैध संचालित हो रहे क्लिनिकल व हास्पिटलो को बंद कराते हुए सम्बंधित के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।