मांग पूरी न होने पर आज शाम विद्युत आउटसोर्स कर्मी करेंगे ऊर्जा मंत्री का घेराव |
रिपोर्ट सुरेन्द्र कुमार प्रजापति।
खबर दृष्टिकोण लखनऊ |
लखनऊ | उतर प्रदेश पॉवर कार्पोरेशन निविदा संविदा कर्मचारी संघ के बैनर तले रविवार को प्रदेश उपाध्यक्ष सुरेन्द्र पाण्डेय की अध्यक्षता में बैठक का आयोजन किया गया | जिसका संचालन प्रदेश महामंत्री देवेन्द्र कुमार पाण्डेय ने किया। बैठक को सम्बोधित करते हुए प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि संघ द्वारा विगत कई वर्षों से यह मांग किया जा रहा है कि आउटसोर्सिंग के माध्यम से कार्य कर रहे संविदा कर्मचारियों को कार्य के अनुरूप अनुबंध किया जाय,वेतन रुपया 18 हजार रूपये निर्धारित किया जाए समय-समय पर दिए जाने वाले हितलाभों को दिया जाय या सैनिक कल्याण निगम से तैनात कर्मचारियों कि भांति वेतन का भुगतान किया जाय या समान कार्य का समान वेतन दिया जाए,घायल कर्मचारियों का कैशलेश उपचार कराया जाए, मृतक कर्मचारियों के परिजनों को रुपया 10 लाख दुर्घटना हित लाभ दिया जाए, ईपीएफ घोटाले कि जांच कराई जाए, कर्मचारियों 60 वर्ष की अवस्था तक कार्य करने कि अनुमति दिया जाए,महिला कर्मचारियों को मातृत्व अवकाश दिया जाए किन्तु पावर कारपोरेशन प्रबन्धन द्वारा कर्मचारियों कि समस्याओं का समाधान करने के स्थान पर मार्च 2023 में हजारों कर्मचारियों को आन्दोलन के नाम पर कार्य से हटा दिया गया जिसके एक माह बाद ही कर्मचारियों के स्थानांतरण के आदेश पारित कर दिया गया, जून 2023 में रुपया 13 हजार के अनुबंध पर कार्य कर रहे संविदा उपकेन्द्र परिचालको के स्थान पर रुपया 30 हजार के अनुबंध पर पूर्व सैनिक कल्याण निगम से उपकेन्द्र परिचालको को तैनात करने का आदेश निर्गत किया गया, नवम्बर 2023 में शक्ति भवन लखनऊ से 40 कर्मचारियों को कार्य से हटा दिया गया।जिसको ध्यान में रखकर संघ द्वारा बातचीत के माध्यम से समस्याओं के समाधान के लिए अध्यक्ष पावर कारपोरेशन को पत्र लिखकर समय मांगा गया किन्तु एक निश्चित समय अन्तराल पर लगातार तीन बार पत्र लिखने के बावजूद भी अध्यक्ष पावर कारपोरेशन द्वारा समय नहीं दिया गया। पावर कारपोरेशन अध्यक्ष द्वारा न तो आउटसोर्स कर्मचारियों कि बात चीत के माध्यम से समस्याओं के समाधान हेतु संघ पदाधिकारियों को समय दिया गया और ना ही समस्याओं का समाधान किया गया।
जिसके कारण संघ द्वारा आज सोमवार को शक्ति भवन लखनऊ पर धरना प्रदर्शन करने का निर्णय लिया गया। इसके बावजूद भी अगर पॉवर कार्पोरेशन के कानो में जूं नहीं रेंगा और कर्मचारियों के समाधान पर समझौता नहीं बना तो संघ ऊर्जा मंत्री के घेराव कर धरना प्रदर्शन को मजबूर होंगे |