खबर दृष्टिकोण वसीम खाँन
बुलंदशहर भारतीय किसान यूनियन चढूनी के ज़िला महामंत्री युवा रिजवान चौधरी ने कहा की प्रदेश सरकार ने मात्र ₹20 गन्ने का मूल्य बढ़ाकर किसानों के साथ धोखा किया है गन्ने का समर्थन मूल्य₹450 रुपए प्रति क्विंटल होना चाहिए था। गन्ने का समर्थन मूल्य ₹20 बढ़ाना ऊंट के मुंह में जीरे वाली कहावत साबित की है महंगाई के अनुसार फसल का समर्थन मूल्य होना चाहिए । गन्ने की एक बीघा की खेती में करीब 18000 रुपए की लागत आती है संगठन इसका पूर्णजोर विरोध करता है आने वाले दिनों में प्रदेश सरकार के इस भद्दे मजाक का मुंह तोड़ जवाब देंगे किसान भारतीय किसान यूनियन चढूनी आने वाली 25 जनवरी को को माननीय प्रधानमंत्री भारत सरकार और माननीय मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश को जनपद में किसानों की अनदेखी एवम प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा किसानों के अधिकारों का हनन और उत्तर प्रदेश सरकार के जनहित में चलाई जा रही योजनाओं की अनुपालन में लापरवाही बरतने, जिसके कारण किसान आत्महत्या तक करने पर मजबूर है के लिए अवगत कराएगी तथा अपना शिकायत पत्र प्रशासनिक अधिकारियों एवम बिजली विभाग के द्वारा हो रही लापरवाही से किसानों के पशुधन एवम जन हानि को रूबरू होकर बताएगी यदि प्रशासन के द्वारा संगठन के वरिष्ठ पदाधिकारियों को घर पर नजर बंद किया जाता है तो सभी संगठन के कार्यकर्ता दिनांक 25/1/24 को बीजेपी के कार्यकर्ताओ की भांति ड्रेस झंडा आदि लेकर उक्त रेली में शामिल होंगे और जब प्रधान मंत्री जी भाषण प्रारंभ करे तो अपना विरोध करेंगे लोकतंत्र में विरोध करना हमारा अधिकार है ये प्रशासन की ज़िम्मेदारी है कि वो आम जन की आवाज को माननीय प्रधान मंत्री व माननीय मुख्यमंत्री जी तक जाने देंगे धन्यवाद