खबर दृष्टिकोण |
सरोजनीनगर । सरोजनीनगर एसडीएम पर तानाशाही रवैया अपनाने का आरोप लगाते हुए गुरुवार को सरोजनीनगर तहसील बार एसोसिएशन के सभी अधिवक्ताओं ने सरोजनीनगर तहसील कार्यालय पर धरना प्रदर्शन किया। संगठन के अध्यक्ष कमलेश प्रताप सिंह चौहान के नेतृत्व में धरना दे रहे वकीलों का कहना था कि सरोजनीनगर एसडीम द्वारा आए दिन लगभग 350 से 400 मुकदमे लगा दिए जाते हैं। अधिवक्ताओं का आरोप था कि इसमें से अधिकांश मुकदमों को बिना सुने और फर्जी आधारों पर खारिज भी कर दिया जाता है। जबकि राजस्व परिषद के शासनादेश के अनुसार किसी भी राजस्व न्यायालय में 50 मुकदमे से अधिक न लगाने का नियम है। लेकिन इसके बावजूद सरोजनीनगर एसडीएम द्वारा मनमाने तरीके से यह कार्य किया जा रहा है। इसको लेकर सरोजनीनगर तहसील बार एसोसिएशन के अलावा आम वकीलों में एसडीएम के खिलाफ काफी रोष व्याप्त है। धरना प्रदर्शन कर रहे वकीलों ने कहा कि जब तक सरोजनीनगर एसडीएम का स्थानांतरण यहां से नहीं कर दिया जाता, तब तक वह अपना धरना प्रदर्शन जारी रखने के साथ ही सरोजनीनगर एसडीएम न्यायालय का बहिष्कार भी जारी रखेंगे। उन्होंने कहा कि इस मामले को लेकर वह शुक्रवार को सरोजनीनगर एसडीएम के खिलाफ जिलाधिकारी को एक ज्ञापन सौंपेंगे। फिलहाल गुरुवार को सरोजनीनगर तहसील के अधिकतर वकीलों ने कोई कार्य नहीं किया, बल्कि वह अपने कार्य से विरत रहे। इस धरना प्रदर्शन में सरोजनीनगर तहसीलदार संगठन के महामंत्री अमितेश कुमार श्रीवास्तव, वरिष्ठ उपाध्यक्ष राजेश कुमार शर्मा, उपाध्यक्ष मध्य प्रेम शंकर यादव, कनिष्ठ उपाध्यक्ष मनोज कुमार यादव और कोषाध्यक्ष ज्योति स्वरूप बाजपेई सहित तमाम अधिवक्ता शामिल रहे।