यातायात पुलिस को पैसा दे खुले रूप से सड़को पर चल रहा है खेल, जिम्मेदारो ने साध रखी है चुप्पी |
सुरेन्द्र प्रजापति/ संजय
खबर दृष्टिकोण लखनऊ | राजधानी लखनऊ की मुख्य मार्गो पर मानको के विपरीत पैसे कमाने के प्रलोभन में अब टैक्सी नंबर के अलावा प्राइवेट नम्बरों से भी सवारियां ढोने का कार्य जोर शोर से चल रहा है कितुं जिम्मेदार परिवहन विभाग व यातायात पुलिस अपनी आँखे बंद किये हुए है जबकि सड़को पर खुले रूप से यह कार्य सुबह से शाम दर्जनों की संख्या में पार्किंग बना निजी वाहन चालक ऐसे कार्यो में लिप्त है बल्कि यातायात पुलिस का संरक्षण प्राप्त कर एक अवैध ठेकेदार इन वाहनों पर नंबर से सवारियां बैठाने का कार्य करता है और वाहनों से वसूली कर वसूली का रुपया यातायात पुलिस तक पहुँचाने का कार्य करता है |
राजधानी लखनऊ के कानपुर रोड के शहीद पथ के पास इन दिनों ऐसे चारपहिया वाहनों की पार्किंग देखी जा सकती है जो प्राइवेट नम्बरों पर सवारियां ढोने का कार्य कर रहे है बतौर इनका एक ठेकेदार भी है जो बकायदे इन वाहनों को नम्बरों से लगवाता है और सवारियां लोड कर कानपुर के लिए रवाना करता है | नाम न छापने की सूरत में एक चालक ने बताया कि कानपुर के नौबस्ता निवासी अमित जैन उनकी गाडियों का संचालन करवाता है और इसके एवज में उनसे प्रति गाड़ी पन्द्रह सौ रुपये माहवारी के रूप में वसूली कर शहीद पथ यातायात पुलिस चौकी को अमित ही पैसा पहुँचाने का कार्य करता है | जो चालक पैसा देने से मना करते है या उसका विरोध करते है तो यातायात पुलिस द्वारा उन गाड़ियों का चालान करवा दिया जाता है ऐसी लगभग दो दर्जन से भी ज्यादा गाड़ियों का संचालन इस मार्ग से किया जा रहा है |
हादसों के बाद चलाये जाते है अभियान
लोगो की जान से खिलवाड़ कर सवारियां ढो रही ऐसे वाहनों के खिलाफ विभाग तब सक्रीय होता है जब रिंग रोड पर बड़े हादसे होते है और कई लोग अपनी जान गवां चुके होते है इसके पूर्व ऐसे वाहनों पर लगाम कसने के लिए परिवहन विभाग भी बचता है जबकि कानपुर हाईवे मार्ग पर आये दिन कोई न कोई हादसा घटित होता रहता है इसके बावजूद भी जिम्मेदार चुप्पी साधे रहते है और बड़े हादसे का इन्तजार करते है |
यातायात पुलिस के संरक्षण पर अवैध डग्गामार वाहन चालको के हौसल्ले है बुलंद
राजधानी लखनऊ के समस्त मार्गो पर अवैध रूप से डग्गामार वाहनों की भरमार है जो सवारियां ढोने का कार्य मुख्य मार्गो पर खुले रूप से करते है इन चालको को किसी का भय व्याप्त नहीं रहता है यहाँ तक कि आये दिन सवारियों से बदतमीजी के भी मामले सामने आते रहते है | इन वाहनों को यातायात पुलिस का सरक्षण प्राप्त रहता है प्रत्येक चौराहों पर ऐसे अवैध रूप से संचालित स्टैंडो के अपने ठेकेदार होते है जो वाहन चालको से रूपये वसूली कर रुपयों का हिस्सा यातायात पुलिस तक पहुँचाने का कार्य करते है और जिन वाहन चालको का पैसा नहीं पहुँचता है उन पर या तो ठेकेदारों द्वारा दबाव बनाया जाता है या फिर चालान कर दिया जाता है |
शहीद पथ से इन नम्बरों की चारपहिया गाड़ियाँ धडल्ले से कानपुर तक ढो रही है |
कानपुर रोड सरोजनीनगर के शहीद पथ के निकट प्राइवेट चारपहिया वाहन चालक अपनी गाड़ियों को पार्क कर कानपूर की सवारियां लोड करते है जिन गाड़ियों से सवारियां ढोई जा रही है उनमे से कुछ नंबर इस प्रकार से है –
यूपी 78 डीए 2718 ,यूपी 32 एमएस 0347,यूपी 78 डीयू 8744,यूपी 32 एमजे 3757 ,यूपी 32 जीएच 6400,यूपी 32 एचक्यू 0113 ,यूपी 52 एमएस 6520,यूपी 76 एएच 0275 समेत अन्य कई चारपहिया दर्जनों की संख्या में बेख़ौफ़ मुख्य मार्ग से सवारियां ढोने का कार्य कर रहे है |
वर्जन –
संभागीय परिवहन अधिकारी कानपुर रोड हायर एंड डीवार्ट में निजी वाहन से वन टाइम रोड टैक्स लिया जाता है यदि कोई निजी गाड़ी लाभ कमाने के उद्देश्य से वाहन का उपयोग किया जाता है तो उस पर प्रवर्तन दल द्वारा सीजिंग एवं चालान का कार्यवाई किया जाता है|
संभागीय परिवहन अधिकारी ए पी द्विवेदी|
पुलिस उपायुक्त यातायात ने कहा कि उन्हें इस मामले और अधीनस्थ कर्मियों द्वारा वसूली की जानकारी नहीं थी इस मामले में जाँच के बाद दोषी पाए जाने पर यातायातकर्मियों के खिलाफ कार्यवाई किया जायेगा |
डीसीपी यातायात आशीष श्रीवास्तव