(मोहनलालगंज के बिन्दौंवा गांव में आयोजित सात दिवसीय श्री मद् भागवत कथा का हुआ समापन,आज होगा भंडारे का आयोजन)
मोहनलालगंज।मोहनलालगंज के बिन्दौवा गांव स्थित झंडेश्वर महादेव मंदिर परिसर में आयोजित सात दिवसीय भागवत कथा में अंतिम दिन कथा वाचक दिनेश शास्त्री जी महाराज ने परीक्षित मोक्ष, सुदामा चरित्र का मनोरम ढंग से वर्णन किया। सुदामा चरित्र का वर्णन अत्यंत मार्मिक और भावपूर्ण ढंग से कि या गया। जिससे उपस्थित श्रद्धालु भावुक हो गए। सुदामा चरित्र के माध्यम से लोगों को निःस्वार्थ भाव से मित्रता निभाने का संदेश दिया गया। कथा वाचक ने कहा कि श्रीमद् भागवत संपूर्ण सिद्धांतों का निष्कर्ष है। भागवत कथा को सुनने से जन्म-मृत्यु के भय का नाश होता है। यह ग्रंथ भक्ति के प्रवाह को बढ़ाता है। यही नहीं भगवान श्रीकृष्ण को प्रसन्न करने का यह प्रधान साधन है। मन की शुद्धि के लिए श्रीमद् भागवत से बढ़कर कोई साधन नहीं है। भक्ति, ज्ञान, वैराग्य तथा से त्याग की प्राप्ति होती।भगवान कृष्ण की लोक मानस को गौ पालन की प्रेरणा के संदेश के परिभाषित करते हुए उन्होंने कहा कि गौ दुग्ध, दही, मक्खन शरीर बुद्धि को पुष्ट करते हैं, जिसके बल पर ही भगवान श्रीकृष्ण शत्रुओं का संहार करने में सफल रहे।आयोजन विनोद ने बताया श्री मद् भागवत कथा के समापन पर शुक्रवार को हवन पूजन के साथ विशाल भंडारे का आयोजन किया जायेगा।