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छत ढही तीन बच्चो समेत दंपत्ति की मौत,

 

सूचना पर पहुंची तीन दमकल की गाडियों समेत एसडीआरएफ टीम ने रेस्क्यू कर मलबे में दबे मृत परिवार को निकाला बाहर |

 

खबर दृष्टिकोण आलमबाग | राजधानी लखनऊ शहर के आलमबाग फतेहअली रेलवे कालोनी एल-60 में हुई दर्द विदारक घटना से पूरी राजधानी को दहला कर रख दिया | घर के कमरे में तीन बच्चो संग सो रहे दंपत्ति पर छत ढह जाने से मलबे में दब पूरा परिवार मौत के ग्रास में समा गया और आसपास के लोगो को भनक तक नहीं लगा | सुबह होने पर काम पर साथ जाने के मृत परिवार के घर पहुंचे सहकर्मी ने घर का दरवाजा न खुलने पर घर के बाहरी हिस्से में बने जिने पर चढ़कर देखा तो मलबा देख उसकी आँखे निकल आई और शोर मचाना शुरू किया तब जाकर स्थानीय लोगो को जानकारी हुई | जिसकी सूचना लोगो ने कंट्रोल नंबर पर पुलिस को दी | सूचना प्रसारित होते ही मौके पर पहुंची आलमबाग दमकल की तीन गाडियों समेत स्थानीय पुलिस ने एसडीआरएफ टीम को बुलाया | सूचना मिलते करीब आधे घंटे में पहुंची राहत बचाव दल दस्ते ने राहत कार्य शुरू किया और मलबे में दबे परिवारीजनो को बमुश्किल से बाहर निकाल एम्बुलेंस द्वारा लोकबंधू अस्पताल भेजा गया जहाँ डॉक्टरो ने परिवार के पांचो सदस्यों को मृत घोषित कर दिया वहीँ इस हादसे ने पुरे राजधानी को झकझोर कर रख दिया | सूचना पर पुलिस विभाग के संयुक्त पुलिस आयुक्त समेत डीसीपी पूर्वी एवं जिलाधिकारी समेत अन्य अधिकारियो ने मौके पहुंचकर घटना स्थल का निरिक्षण किया |

 

आलमबाग क्षेत्र फ़तेहअली रेलवे कालोनी एल -60 पेशे से रेलवे में ही मजदूरी करने वाला सतीशचन्द्र उर्फ़ बब्लू (40) पुत्र स्व रामचंद्र अपनी पत्नी सलोनी एवं तीन मासूम बच्चो हर्षित (13),हर्षिता (10) एवं मासूम कृष्णा (06) के साथ रहता था | रोज की तरह शुक्रवार रात भी पूरा परिवार खाना खापीकर सो गया था | किसे पता था कि इस परिवार की सुबह नहीं होगी | रात्री समय सो रहे परिवार सुर्खी व चुने से बनी रेलवे की छत फट गई और छत का पूरा मलबा सो रहे परिवार पर गिर पड़ा और पूरा परिवार मलबे के निचे दब गया लेकिन रात्रि समय इस हादसे की किसी को कोई जानकारी नहीं हुई | शनिवार सुबह करीब 7:30 बजे रोज की तरह काम पर जाने के लिए घर पहुंचे सहकर्मी मजदुर ने दरवाजा खटखटाया लेकिन दरवाजा नहीं खुला मन में आशंका व्यक्त होने पर सहकर्मी ने सरकारी क्वाटर के बगल से बने जीने से ऊपर चढ़ कर देखा तो कमरे का नजारा देख उसके होश उड़ गए और शोर मचाना शुरू किया तब स्थानीय लोगो में हडकंप मच गया स्थानीय लोगो ने घर में घुस मलबा हटाने का भी प्रयास किया लेकिन असफल रहे जिसकी सूचना कंट्रोल नंबर पर पुलिस व फायर ब्रिगेड को सूचना दी | कंट्रोल नंबर पर सूचना प्रसारित होते ही हडकंप मच गया मौके पर पहुंची आलमबाग फायर दमकल की तीन गाड़ियाँ एवं स्थानीय पुलिस राज्य आपदा प्रबंधन टीम को सूचना दी | सूचना पर पहुंची बचाव दस्ते दल की टीम ने रेस्क्यू शुरू कर मलबे में दबे सभी परिवारीजन को निकाल एम्बुलेंस द्वारा लोकबन्धु अस्पताल भेजा गया | जहाँ डॉक्टरो ने तीनो बच्चो समेत दंपत्ति को मृत घोषित कर दिया वहीं पुलिस ने मृतको का शव कब्जे में लेकर पंचनामा कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया | वहीं घटना की जानकारी होने पर मौके पर पहुंचे पुलिस अधिकारियो समेत जिलाधिकारी सूर्य पाल गंगवार एवं रेलवे के सीनियर डीइएन-1 एन एस चौहान ने मौका मुआयना किया और आवश्यक निर्देश जारी किये |

 

सुबह से शाम तक लोगो में मचा रहा कौतुहल ,दिन भर अधिकारियों का लगा रहा आना जाना |

 

आलमबाग फ़तेहअली रेलवे कालोनी में घटित हुए इस हादसे के बाद सुबह होते ही स्थानीय लोगो में हडकंप मच गया था घटना स्थल के पास स्थानीय लोगो का ताँता लगा रहा लोगो की निगाहें हमेशा लगी रही एकदूसरे में काना फूसी भी चलता रहा दिन भर अधिकारियो का आवागमन लगा रहा मौके पर सुबह से शाम तक पुलिस बल एवं आरपीएफ बल मुस्तैद रही | लोगो में इस घटना को लेकर दिन भर चर्चा चलता रहा हवाओ का बाजार गर्म रहा |

 

कब क्या हुआ –

फ़तेहअली रेलवे कालोनी में घटित हुए इस दर्द विदारक हादसे का सही समय कोई भी नहीं बता पा रहा है फिर भी स्थानीय लोगो के मुताबिक करीब 3:00 बजे एक धमाके का आवाज सुना गया था लेकिन किसी ने इस आवाज को गंभीरता से नहीं लिया था|

मृतक का सहकर्मी को करीब – 7 :30 घटना की हुई जानकारी

स्थानीय लोगो द्वारा करीब – 8 :00 बजे दी गई सूचना

घटना स्थल पर करीब – 8: 15 बजे पहुंची दमकल की तीन गाड़ियां

पुलिस की सुचना पर करीब – 8: 45 बजे मौके पर पहुंची एसडीआरएफ टीम शुरू किया रेस्क्यू

करीब आधे घंटे के रेस्क्यू बाद – 9:20 बजे मलबे में दबे परिवार को पहुँचाया गया अस्पताल |

 

 

निष्प्रयोजित आवासों को खाली कराने रेलवे का पूरा सहयोग करेगा जिला प्रशासन |

आलमबाग फतेहअली में हुए दर्द विदारक घटना की सूचना पर शनिवार सुबह करीब 10:30 बजे मौके पर पहुंचे जिलाधिकारी सूर्यपाल गंगवार ने मौके का निरिक्षण किया इस दौरान बताया कि डीआरएम लखनऊ से वार्ता की जानकारी हुआ कि 64 आवासों को निष्प्रयोजित आवास घोषित किया गया है जिसे खाली करने के लिए नोटिस भी दिया जा चूका है इसके बावजूद लोग उन आवासों में रह रहे है काफी दुखद घटना घटित हुआ है इस घटना को ऊँच स्तर पर संज्ञान में लिया गया है | रेलवे अधिकारियो द्वारा निष्प्रयोजित आवासों को खाली कराने के लिए त्वरित कार्यवाई शुरू किया जायेगा | इस कार्यवाई में रेलवे अधिकारियो को जिला प्रशासन एवं पुलिस से जो भी सहयोग चाहिए जिला प्रशासन तत्पर है |

 

मृतक परिजनों का रो –रो कर रहा बुरा हाल |

घर में सो रहे पुरे परिवार की मौत की सूचना पर मृतक के परिजनों एवं रिश्तेदारों पर ब्रजपात का काम किया | मृतक सतीसचन्द्र के पिता रेलवे में कार्यरत थे और उनकी काफी पहले मृत्यु हो चुकी थी मृतक की माँ रामदुलारी भी रेलवे में सफाई कर्मी थी जिनका दो वर्ष पूर्व स्वर्गवास हो चूका था उक्त आवास माँ के नाम पर ही आवंटित था जिसमे मृतक अपने परिवार संग रह रहा था मृतक का भाई अमित उर्फ़ अपने बच्चे अपनी पत्नी रूपा एवं दो बच्चो संग आलमबाग के ही बरहा में रहता है मृतक की पत्नी सलोनी का मायका भरतपुरी तालकटोरा राजाजीपुरम में है | सुबह पुरे परिवार के ख़त्म होने की सुचना परिवारीजनो को मिलते ही परिवारीजनो पर ब्रजपात गिर पडा | सूचना मिलते ही अपने रिश्तेदारों संग पहुंचे परिजनों ने जब मौके पहुंचे तो नजारा देख दिल फट पडा एवं दहाड़े मार मार कर रोने बिलखने लगे परिवारों का बिलखना देख अन्य लोगो की भी आँखे नम हो गई | सलोनी की माँ रामकली पत्नी बृजलाल बिलख बिलख कर रोती रही और अपनी पुत्री एवं नातियो को याद कर बार बार बिलखती रही साथ की अन्य महिलाये उनको संभालती एवं हौसला देती रही लेकिन परिवार का दुःख देख अन्य लोगो की आँखे नम हो जाती|

 

 

निष्प्रयोज की घोषणा के बाद रेलवे आवंटियों से वसूल रही है किराया |

आलमबाग के फतेहअली में बनी रेलवे कालोनी करीब डेढ़ सौ से भी ज्यादा पुराना कालोनी है जो कि ब्रिटिश सरकार में निर्मित हुआ था | रेलवे द्वारा इस कालोनी का कई वर्षो से कोई मेंटेनेंस का कार्य नहीं कराया गया जिससे रेलवे कालोनी में बने सभी आवास जर्जर हो चुके है रेलवे ने भी कई आवासों का निरिक्षण कर रहने योग्य न मानकर इसे डिस्पोज करने का निर्देश जारी कर रखा है इसके बावजूद भी इन आवासों में कई आवंटि एवं अनाधिकृत परिवार इन जर्जर मकानों में रह रहे है आवंटि रेलवे द्वारा कहीं और आवंटन न होने के कारण इन आवासों में रहने को मजबूर है | रेलवे एसी इलेक्ट्रिक में कार्यरत अब्दुल हामिद मकान संख्या टी-46 सी में रहते है के मुताबिक उनका रेलवे आवास पूरी तरह से जर्जर हालत में है रेलवे उनसे जर्जर आवास का किराया भी वसूल कर रहा है लेकिन कोई सुविधा नहीं दी | कई बार रेलवे में मकान परिवर्तन करने का आवेदन कर रहे है पर कोई सुनवाई और इस जर्जर मकान में अपने परिवार संग रहने को मजबूर है |दुसरे आवंटी सुनील कुमार के मुताबिक वह कई वर्षो से एल-60 में रह रहे है रेलवे कहीं दुसरे जगह मकान आवंटन नहीं कर रहा है बिजली कनेक्शन भी काट रखा है इसके बावजूद भी उनसे प्रतिमाह किराया और बिजली का भुगतान ले रहा है | दहशत के साए में पुरे परिवार संग रहने को मजबूर है |

 

भारी सुरक्षा व्यवस्था के बीच एक साथ अंतिम संस्कार संपन्न हुआ मृत परिवार का

आलमबाग फतेहअली में शनिवार सुबह घटित हुए इस दर्द विदारक हादसे के बाद मृतको का शव पोस्टमार्टम के बाद लगभग 7: 00 बजे भारी पुलिस बल के बीच वीआईपी रोड स्थित बैंकुंठ धाम पहुंचा | इस दौरान परिवारीजनो एवं रिश्तेदारों के अलावा सैकड़ो की संख्या में स्थानीय निवासी एवं सपा पार्टी के जिलाध्यक्ष जय सिंह जयन्त,गितापल्ली वार्ड पूर्व पार्षद अरविन्द यादव व धानुक समाज के नेता राजीव दास समेत आलमबाग पुलिस बल एवं कृष्णा नगर पुलिस बल अंतिम संस्कार में उपस्थित रहे | सर्वप्रथम तीनो मासूम बच्चो के शव को बैंकुठ धाम पर दफ़नाने की प्रक्रिया किया गया जिसके पश्चात मृत पति पत्नी को छोटा भाई अमित ने मुखागनी दिया | इस दौरान पूरा वातावरण काफी गमगीन रहा |

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