खबर दृष्टिकोण जालौन
नियामतपुर जालौन- बरसात के कारण वर्तमान समय में कई प्रकार की गंभीर बीमारियों ने अपना प्रकोप दिखाना शुरू कर दिया है तथा सैकड़ों लोगों को अपनी चपेट में ले लिया है इस समय सबसे ज्यादा आई फ्लू की बीमारी से सैकड़ों लोग ग्रसित हैं तथा इसके बावजूद बच्चों में वायरल बुखार जुकाम खांसी जैसी घातक बीमारियां अपना पूरा असर दिखा रही है ऐसी स्थिति में यदि इनका उपचार न हुआ तो बीमारी और भी ज्यादा बढ़ सकती है प्राप्त जानकारी के अनुसार प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र नियामतपुर में कार्यरत कर्मचारी काफी लापरवाह देखे गए हैं समय से अस्पताल तो खोलते ही नहीं है तथा इसके बावजूद 2:00 बजे से पहले बंद कर देते हैं तथा अस्पताल में मरीज कम जानवर ज्यादा देखने को मिलते हैं क्योंकि अस्पताल में काफी मात्रा में घास उग आई है जो आवारा जानवरों के लिए भरपूर मात्रा में उपलब्ध हो जाती है यहां तक देखा गया है कि लापरवाह कर्मचारी आवारा जानवरों को भगाना मुनासिब नहीं समझते हैं तथा बंद करके अपने अपने घरों को चले जाते हैं जबकि अस्पताल में डॉक्टर फार्मेसिस्ट वार्ड बॉय स्टाफ नर्स सफाई कर्मी तथा चपरासी के निवास बने हुए हैं मगर आज तक अस्पताल में कोई भी कर्मचारी नहीं रहता है तथा रात के समय ऐसा मालूम होता है कि यह अस्पताल न होकर भूत भवन है क्योंकि अस्पताल की स्ट्रीट लाइटें टूटी पड़ी है तथा रोशनी की भी व्यवस्था नहीं है जबकि अस्पताल की मैं लाखों रुपए का सामान तथा दबाए रखीं हैं मगर रात के समय देखभाल करने वाला कोई नहीं है गनीमत है कि अस्पताल की समीप पुलिस चौकी है इसलिए सुरक्षित है अन्यथा अब तक चोरों ने अपना काम कर दिया होता जबकि वर्तमान समय में आई फ्लू तथा वायरल बुखार का प्रकोप चरम सीमा पर है और ऐसी स्थिति में यदि मरीजों का सही समय पर उपचार नहीं होता है उनके लिए गंभीर समस्या बन जाती क्षेत्र के दर्जनों मरीज अस्पताल के दरवाजे पर बैठे देखे गए समय पर अस्पताल न खुलने के कारण बहुत परेशान रहते हैं इसलिए जिलाधिकारी तथा मुख्य चिकित्सा अधिकारी को चाहिए कि उक्त अस्पताल में आवारा जानवर न जाने दें तथा कार्यरत कर्मचारियों को समय पर अस्पताल को खोलने हिदायत दे तथा मरीजों का सही समय पर उपचार करवाएं जिससे मरीजों को परेशान न होना पड़े