खबर दृष्टिकोण लखनऊ । उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में गुरुवार को बकरीद का पर्व हैसियतदार मुसलमान खुदा की राह में बकरे की कुर्बानी देते हैं। जिसके लिए बकरा मंडी बकरो की बोली लगती है प्रत्येक बार की तरह इस वर्ष भी कुर्बानी के बकरो की बोली लगाई गई जिसमे सबसे महंगा बकरा डेढ़ लाख रुपये का बिका | हर वर्ष की तरह हुसैनाबाद के नींबू पार्क, नया पक्का पुल और आस-पास के इलाकों में बकरा मंडी लगाई गयी थी । जहां पर प्रदेश भर के बकरा व्यापारी अपने पाले गए बकरों को बेचने आये। हुसैनाबाद इलाके में नया पक्का पुल के नीचे लगी जमशेद अली द्वारा बकरा मंडी लगवाया जाता है | बताया कि यहां पर लखनऊ के अलावा उत्तर प्रदेश के दूर–दराज वाले इलाकों से भी व्यापारी अपने बकरे लेकर बेचने आते है।
कमेटी के सदस्यों ने बताया सभी व्यापारी यूपी के दूर-दूर जनपदों से आए थे। सीतापुर, खैराबाद, लखीमपुर, तम्बौर और भी कई जगहों से। ज्यादातर व्यापारी देहात के इलाकों से थे। इस मंडी में सबसे महंगा बकरा इस बार डेढ़ लाख का बिका। जो की बकरा जमुनापारी नस्ल का था। इस मंडी में लगभग बकरों की हर प्रकार की नस्लें थी। जैसे जमुनापारी, तोतापरी, देसी, अजमेरी। इन सभी बकरों का रेट भी अलग-अलग रखा गया था।साथ ही कमेटी ने बताया 8 दिन से चल रही ये मंडी में इस दौरान लखीमपुर के अतीक कुरेशी जो की लखीमपुर जिले से लखनऊ आकर 15 सालों से बकरीद पर दुकान लगते हैं। अतीक देसी नस्ल के बकरों की जोड़ी के बकरे के दाम 28 हजार लगाए। अतीक कुरेशी को एक बकरे लाने पर 500 रुपया खर्च बैठता है। फिर खिलाना पिलाना अलग से। इस बार अतीक ने 80-90 बकरे बेचे।