बाराबंकी/ रामनगर योगी सरकार की प्राथमिकता शिक्षा नीति की जमकर धज्जियां उड़ रही हैं रामनगर शिक्षा क्षेत्र में बता दे आपको जहां सरकार शिक्षा को बढ़ावा देने का दावा करती है स्कूल चलो अभियान चलाती है सब पढ़े सब बढ़े ऐसे ना जाने कितने अभियान सरकार के द्वारा चलाए जा रहे हैं लेकिन अगर हम बात करें इन अभियानों के धरातल की तो जो इस अभियान में बढ़-चढ़कर भाग लेकर सेल्फी लेते हुए सोशल मीडिया पर छा जाते हैं वही लोग इस अभियान पर पलीता लगाने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ते हैं विकासखंड रामनगर के अंतर्गत कमपोजिट विद्यालय मझौनी में ऐसा ही कुछ हाल देखने को मिला है जहां हजारों की सैलरी लेने वाले रविकांत अध्यापक साहब 8:00 बजे तक नहीं पहुंचते और तो और हमारी टीम से ग्रामीणों ने बताया कि या मामला कोई नया नहीं है सबसे बड़ी बात तो या की ऐसा हाल बाराबंकी के कई विद्यालयों में है अब यह सब देखते हुए क्या कहा जाए की सरकार का मिशन सरकार का संकल्प सब पढ़े सब बढ़े अभियान सच हो पाएगा जब इसी तरह जिम्मेदार सरकारी धन का बंदरबांट करेंगे और समय से विद्यालय नहीं पहुंचेंगे तब कैसे सफल होगा अभियान पिछले शैक्षिक सत्र में भी चर्चा का विषय बना रहा कमपोजिट विद्यालय मझौनी आए दिन रामनगर की बेसिक शिक्षा व्यवस्था पर सवाल उठते रहते हैं रामनगर खंड शिक्षा अधिकारी आए दिन सवाल के घेरों में बने रहते हैं लेकिन अगर हम बात करें समस्याओं के समाधान की तो मीडिया में खबर प्रकाशित होने के दो-चार दिन तक शिक्षा विभाग के सभी अधिकारी कर्मचारी राइट टाइम दिखते हैं लेकिन फिर जैसे का तैसा हो जाता है आखिरकार समझ यह नहीं आता की जिन्हें जिम्मेदारी सौंपी गई है वह अपनी जिम्मेदारी से इतना क्यों कतरा रहे
