22 अप्रैल को “विश्व पृथ्वी दिवस” पर गांव में बने अमृत सरोवरों के फोटो व वीडियो बनाकर करे ट्वीट
लखनऊ खबर दृष्टिकोण |उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने ग्राम्य विकास विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए हैं, कि ग्राम्य विकास विभाग द्वारा ग्रामीणों के सामाजिक, आर्थिक और शैक्षिक उत्थान के लिए चलाई जा रही योजनाओं को समय से पूरा करने के लिए माहवार टारगेट निर्धारित किया जाए और निर्धारित टारगेट को निर्धारित समय सीमा के अन्दर पूरा कराया जाए और उसी के अनुरूप बजट का भी व्यय किया जाना सुनिश्चित किया जाए। श्री केशव प्रसाद मौर्य आज विधान भवन में अपने कार्यालय में ग्राम्य विकास विभाग के कार्यों की प्रगति की समीक्षा किए। समीक्षा बैठक में कहा कि 22 अप्रैल को “विश्व पृथ्वी दिवस “है , उस दिन गांवों में बने अमृत सरोवरों की अच्छी-अच्छी फोटो की सेल्फी ले करके व उनकी वीडियो क्लिप बनाकर के ट्वीट किया जाए, जिसमें अमृत सरोवरों में जल की उपलब्धता, वहां बने खेल के मैदान, ओपेन जिम, वृक्षारोपण आदि के फोटो व वीडियो क्लिप ट्वीट किये जाए । स्वयं सहायता समूह के गठन के कार्यों में और अधिक तेजी लाई जाए। महिला सशक्तिकरण की आवश्यकता पर बल देते हुए उन्होंने कहा कि स्वयं सहायता समूह के गठन में और अधिक तेजी लाई जाए, समूहों के क्रियाकलापों से महिला स्वावलंबन के रास्ते और सुगम होते हैं। उन्होंने कहा कि चेक प्वाइंट बनाकर अमृत सरोवरो का नियमित रूप से निरीक्षण किया जाए ।बताया गया उत्तर प्रदेश में 10 हजार अमृत सरोवर पूर्ण कर दिए गए हैं और अमृत सरोवरो के निर्माण में उत्तर प्रदेश, देश में प्रथम स्थान पर है । डिप्टी सीएम ने निर्देश दिए कि अमृत सरोवरो के रखरखाव के लिए भी उचित कार्रवाई की जाए। उपमुख्यमंत्री ने निर्देश दिए ग्राम्य विकास विभाग में चल रहे कॉल सेंटर को और अधिक सक्रिय किया जाए,ताकि ग्रामीण लोगों को ग्राम्य विकास की योजनाओं का भरपूर लाभ मिल सके। उन्होंने ग्राम्य विकास विभाग में खाली पदों का अधियाचन समय से भेजने के निर्देश दिए।
बैठक में अपर मुख्य सचिव ग्राम्य विकास विभाग हिमांशु कुमार , ग्राम्य विकास आयुक्त जी एस प्रियदर्शी ,मिशन निदेशक राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन सी० इंदुमती ,विशेष सचिव ग्राम्य विकास विभाग, राजेंद्र सिंह, विशेष सचिव ग्राम्य विकास सुखलाल भारती ,विशेष सचिव ग्रामीण अभियंत्रण विभाग बी एन सिंह ग्रामीण अभियंत्रण विभाग के निदेशक विजेंद्र कुमार, मुख्य अभियंता ग्रामीण अभियंत्रण विभाग वीरपाल राजपूत सहित ग्राम्य विकास विभाग के उच्चस्तरीय अधिकारी मौजूद रहे।