गोविंद चौहान, श्रीनगर
कश्मीर में खत्म हो रहे आतंकवाद को पुनर्जीवित करने के लिए, अब पाकिस्तान नशे में धुत हो रहा है, ताकि आतंकियों को नशे का पैसा लाकर पूरा किया जा सके। कुपवाड़ा जिले में, एक सप्ताह में एलओसी पर दो प्रयासों में 20 किलोग्राम हेरोइन बरामद की गई है। जिसकी आपूर्ति पाकिस्तान से भेजी जाती थी, ताकि इस दवा से अर्जित धन को आतंकवाद पर खर्च किया जा सके।
जानकारी के अनुसार, कुपवाड़ा जिले में नियंत्रण रेखा पर बुधवार को दस किलोग्राम हेरोइन बरामद की गई। पाकिस्तान से आए तस्करों ने इस तरफ सामान फेंका और फरार हो गए। हालांकि, उन्हें स्पॉट किया गया था। जिसके बाद वह वापस भागा। फिर तलाशी अभियान के दौरान यह खेप बरामद की गई।
इससे पहले 8 अप्रैल को भी ऐसी ही खेप बरामद हुई थी। इन दोनों मामलों से स्पष्ट है कि कश्मीर में ड्रग्स की आपूर्ति कर आतंकवाद को जिंदा किया जा रहा है। इससे पहले भी इस तरह के कई मामले पुलिस ने पकड़े हैं, जिसमें ड्रग की खेप को पाकिस्तान से मंगाया गया है, जिन लोगों को अब तक इन मामलों में गिरफ्तार किया गया है।
उसने स्पष्ट रूप से कहा है कि ड्रग की खेप का पैसा आतंकवादियों को दिया जाना था। इसके अलावा, एनआईए आरएस पुरा सेक्टर में बरामद 60 किलोग्राम हेरोइन मामले की जांच कर रही है। अब तक की जांच में यह स्पष्ट हो गया है कि पाकिस्तान पूरी योजना के साथ इस तरफ सामान भेज रहा है, ताकि आतंकवादियों को पैसे की कमी पूरी हो सके।
इस समय, नियंत्रण रेखा पर गोलीबारी बंद है, जिससे आतंकवादियों का इस तरफ आना मुश्किल हो गया है। ऐसे में कश्मीर में आतंकवाद को जिंदा रखने के लिए, पैसे की कमी को दूर करने के लिए, वे अब पाकिस्तान से नशा का सहारा ले रहे हैं। सीमा पार से आने वाली दवाओं की आपूर्ति देश के कई राज्यों में भेजी जाती है। उससे मिलने वाला पैसा आतंकवादियों को दिया जाता है। आतंकियों के पास इतना पैसा है कि उन्होंने बैंकों को लूटना शुरू कर दिया है।
