मुख्य विशेषताएं:
- MP में कोरोना के साथ बेकाबू स्थिति, एक दिन में 5000 मरीज पार
- सीएम ने पन्ना, मंडला और देवास में तालाबंदी का फैसला किया
- कलेक्टर की रिपोर्ट के आधार पर अन्य जिलों में लॉकडाउन बढ़ाया जा सकता है
- श्मशान घाट पर शवों को जलाने की जगह नहीं
भोपाल
मप्र में कोरोना का डर बढ़ता जा रहा है। शनिवार को एक दिन में पूरे प्रदेश में पांच हजार मरीज मिले। अब भोपाल-इंदौर के अस्पतालों में मरीजों की मुश्किलें बढ़ रही हैं। सरकारी दावों के विपरीत, जीवन रक्षक दवाओं और ऑक्सीजन की कमी है। सरकार स्थिति को संभालने के लिए लॉकडाउन की ओर बढ़ रही है।
शनिवार तक, एमपी के 12 जिले सात से नौ दिनों तक बंद रहे। रविवार की सुबह, सरकार ने तीन और जिलों में तालाबंदी का फैसला किया है। पन्ना जिले के सभी शहरी क्षेत्रों में 15 अप्रैल की सुबह तक तालाबंदी लागू रहेगी। इसके साथ ही 19 अप्रैल को सुबह 6 बजे तक मंडला जिले के सभी शहरी क्षेत्रों में तालाबंदी को बढ़ा दिया गया है।
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देवास शहर में 19 अप्रैल को सुबह 6 बजे तक तालाबंदी की गई है। सरकार छोटे तालाबंदी के जरिए राज्य में संक्रमण की श्रृंखला को तोड़ने की कोशिश कर रही है। पूरे राज्य में वर्तमान में शनिवार और रविवार को तालाबंदी है लेकिन कोरोना के आंकड़े कम नहीं हो रहे हैं। उसके बाद जिला कलेक्टरों की रिपोर्ट के आधार पर तालाबंदी की जा रही है।