घटना के बाद एंबुलेंस एक सौ आठ को बुलाया ,लेकिन नही पहुंची एंबुलेंस
परिजनों ने किसी तरह पहुंचाया सीएचसी , जहां पर चिकित्सकों ने किया मृत घोषित
सरोजनी नगर । सूबे में स्वास्थ्य सेवाएं कितनी बेहतर हैं । इस तस्वीर को देखकर आप समझ जाएंगे की करंट की चपेट में आकर झुलसे युवक की जिंदगी बचाने की जद्दोजहद में कई फोन 108 पर मिलाए गए, लेकिन घायल युवक को सरकारी तंत्र व सिस्टम से मदद नहीं मिल सकी । आखिर में युवक को अपनी जान गवानी ही पड़ी।
सरोजिनीनगर के चिल्लावा गांव निवासी बबलू उम्र 28 वर्षी बिजली की करंट की चपेट में आकर बुरी तरह से झुलस गए । गंभीर रूप से झुलसे युवक को परिजनों ने नजदीकी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सरोजनी नगर पहुंचाया । जहां पर डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। परिजनों का आरोप है कि समय से एंबुलेंस ना मिलने के कारण अस्पताल पहुंचने में समय लग गया और रास्ते में ही उसकी मौत हो गई । मृतक के तीमारदारों ने बताया कि एंबुलेंस के लिए कई बार फोन किया गया , लेकिन काफी समय बीतने के बाद भी एंबुलेंस मौके पर नहीं पहुंची । आरोप है कि एंबुलेंस के इंतजार में ही अस्पताल पहुंचने में देरी हो गई । जिससे झुलसे युवक की हालत और गंभीर हो गई। जिससे रास्ते में ही मौत हो गई । यहां भी एंबुलेंस की सेवा नहीं मिली और परिजन युवक का शव लेकर पैदल ही घर के लिए रवाना होना पड़ा ।
जिसने भी देखा सरकारी तंत्र और व्यवस्था को कोसा
एंबुलेंस सेवा ना मिलने से मृतक का शव परिजन पैदल ही लेकर निकल पड़े । यह नजारा जिसने भी देखा बस यही शब्द निकला की यह कैसा सरकारी सिस्टम और कैसी यह सरकारी व्यवस्था है। परिजन मृतक का शव पैदल ले जाने वाला वीडियो सोशल मीडिया पर इतनी तेजी से वायरल हुआ कि देखते ही देखते मीडिया प्लेटफॉर्म पर ट्रेंडिंग करने लगा । जिसने भी वीडियो को देखा । सभी ने अपनी अपनी प्रतिक्रिया दे डाली । फेसबुक यूजर रामविलास पासवान लिखते हैं कि यूपी में स्वास्थ्य सेवाएं भगवान भरोसे हैं। डिप्टी सीएम बृजेश पाठक लगातार महकमा सुधारने की बात कर रहे हैं । लेकिन इसका कोई असर नहीं हो रहा है ।
नौजवान युवक की मौत से गांव में पसरा मातम
2 महीने की मासूम बिटिया को क्या मालूम कि उसके पापा अब इस दुनिया में नहीं रहे बस सभी को इधर उधर टकटकी लगाए देख रही थी मिली जानकारी के अनुसार बबलू की तीन बेटियां हैं जिसमें सबसे छोटी बेटी अभी 2 महीने की है
सीएचसी अधीक्षक ड्रा अंशुमान श्रीवास्तव ने बताया की युवक को अस्पताल लाया गया था । लेकिन उसकी मौत पहले ही हो चुकी थी।
सरोजनी नगर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र अधीक्षक डॉ अंशुमान श्रीवास्तव ने बताया की सुबह लगभग 10 बजे चिल्लावा निवासी बबलू को अस्पताल लाया गया था । जैसे ही यहां बेड पर लिटा कर देखा गया तो वह पहले से ही मृत था । ड्यूटी पर तैनात डॉक्टरों ने मामले की सूचना स्थानीय थाने पर भी दे दी थी।ड्रा अंशुमान श्रीवास्तव का कहना है की मृतक के परिजन उनका पोस्ट मार्टम नहीं करवाना चाहते थे।जिससे वह मृतक को घर उठा ले गए ।