आलमबाग|
लखनऊ के आलमबाग स्थित इको गार्डेन में सोमवार सुबह उत्तर प्रदेश आशा वर्कर्स यूनियन के बैनर तले प्रदेश भर से एकजुट हुई आशा बहुओ ने अपनी समस्याओ व सक्षम अधिकारियो द्वारा भ्रष्टाचारी का आरोप लगा ग्यारह सूत्रीय मांगो को लेकर धरना प्रदर्शन किया | प्रदर्शन दौरान जमकर नारेबाजी किये | प्रदर्शन का नेतृत्व कर रही प्रदेश सचिव साधना पांडेय ने बताया कि आशा वर्कर्स को उनके कार्य स्थलों में एनएचएम के कर्मचारियों , सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रो के प्रभारियों द्वारा तमाम तरह से उत्पीड़ित एवं प्रताड़ित किया जाता रहा है जिसके निस्तारण के लिए ग्यारह सूत्रीय मांगो संग हम सभी आशा बहु प्रदेश भर से आज यहाँ एकजुट हुए है | हमारी प्रमुख मांगो में 45वें व 46वें भारतीय श्रम सम्मेलन की सिफारिशों के अनुरूप आशा वर्कर्स को मजदूर के रूप में मान्यता देकर 21000 रुपये प्रतिमाह न्यूनतम वेतन ईएसआई, पीएफ आदि प्रदान किया जाये, तात्कालिक तौर पर मुख्यमंत्री, उत्तर प्रदेश द्वारा घोषित आशा कर्मियों को 6750 रुपये अन्य लिये जाने वाले कार्यों की प्रोत्साहन राशि व आशा संगिनी को 11000 रुपये अन्य लिये जाने वाले कार्यों के प्रोत्साहन राशि का भुगतान सुनिश्चित कराया जाय व बाउचर प्रणाली समाप्त कर एकमुश्त भुगतान की राजकीय कोषागार से सीधे व्यवस्था की जाय, वर्ष 2015 से आज तक आज तक लिये गये समस्त कार्यों का भुगतान करते हुए शासन द्वारा अनुमन्य प्रोत्साहन राशिओं का भुगतान कराया जाय, सभी आशा व आशा संगिनी कर्मियों को राजकीय स्वास्थ्य कार्यकर्ता का दर्जा दिया जाय,सभी आशा व आशा संगिनी की काम के घण्टे तय किये जायें व उनके कार्य की सीमा सुनिश्चित की जाय, सभी को आकस्मिक अवकाश, चिकित्सा अवकाश, प्रसूति अवकाश, साप्ताहिक अवकाश व राष्ट्रीय त्योहारी अवकाश दिये जाय समेत अन्य मांगो को लेकर प्रशासन द्वारा मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजा गया है |
