सीतापुर शहर की सड़कों पर दौड़ रहे बेलगाम ऑटो नियमों को ताक पर रख हादसों को न्योता दे रहे हैं। ऑटो चालक सवारियां बैठाने के लिए सड़क किनारे कहीं भी ब्रेक लगा देते हैं और अन्य वाहन चालकों के लिए असुविधा पैदा कर रहे हैं। रोजाना सैकड़ों की संख्या में घूमने वाले ऑटो सवारियों को उनकी मंजिल तक तो पहुंचाते हैं, लेकिन अन्य लोगों के लिए समस्या भी बन जाते हैं। यदि यह ऑटो चालक नियमों के साथ चलें तो सड़कों पर अन्य वाहन चालकों को इनसे कोई परेशानी नहीं होगी। लेकिन, इनकी मनमर्जी लोगों के लिए परेशानी बनी रहती है। रोडवेज बस स्टैंड के नजदीक लंबी लाइनों में ऑटो खड़े होते हैं, छोटी लाइन स्टेशन से लालबाग तक जाने वाली सड़क पर अवैध ढंग से ऑटो खड़े रहते हैं और यहां पर सवारियां बैठाने के लिए दूसरे वाहन चालकों को हो रही परेशानी भी नहीं देखते। इसके अलावा कोतवाली के पास भी ऑटो सवारियां लेने के लिए बेतरतीब तरीके से खड़े रहते हैं। इसके अलावा यह ऑटो चालक नियमों की अनदेखी करते हुए क्षमता से ज्यादा सवारियां बैठाकर सवारियों की जान के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। इस कारण हादसों का खतरा बढ़ जाता है चूंकि ऑटो चालक अपने दाएं-बाएं दोनों ओर सवारियां बैठा लेते हैं, इस कारण उन्हें पीछे आ रहे वाहन दिखाई नहीं देते। वहीं, यह ऑटो चालक एक दूसरे से पहले सवारियां उठाने के लिए बिना आगे पीछे देखे सड़क के बीचोबीच ब्रेक लगा देते हैं। अगर कोई हादसा हो जाए तो यह ऑटो चालक लड़ाई झगड़े पर उतारू हो जाते हैं और अपने अन्य साथियों को रोक कर हंगामा कर देते हैं। कुल मिलाकर बात कि जाए तो यह ऑटो चालक सड़कों पर मौत बनकर घूम रहे हैं। इन्हें रोकने के लिए ट्रैफिक पुलिस कोई ठोस कदम नहीं उठा रही है। हैरानी की बात तो यह है कि पुलिस की नजरों के सामने यह ऑटो ओवरलोड होकर घूम रहे हैं और न जाने क्यों पुलिस इनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं करती।