चित्रकूट, । जिला पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है। रैपुरा क्षेत्र में सराफा व्यापारी के साथ हुई डकैती में पुलिस ने पांच डकैतों को गिरफ्तार किया है। उनके पास से जेवरात और नकदी भी बरामद की है। हालांकि घटना का मास्टर माइंड समेत तीन डकैत अभी फरार है। पहले यह घटना लूट में दर्ज हुई थी। बदमाशों की संख्या पांच से अधिक होने पर डकैती में तरमीम की गई है।यह घटना पांच अगस्त को रामनगर-छीबों मार्ग में हुई थी। एसपी अतुल शर्मा ने एसओजी व सर्विलांस प्रभारी एमपी त्रिपाठी व प्रभारी निरीक्षक रैपुरा नागेंद्र कुमार नागर के संयुक्त नेतृत्व में पुलिस टीम को अपराधियों को पकड़ने के लिए लगाया था। मंगलवार की शाम को पुलिस टीम ने मुखबिर की सूचना पर उच्च प्राथमिक विद्यालय नोनमई के पास दो बाइक पर सवार पांच डकैतों को दबोच लिया।जो बांदा जिला के बबेरू थाना व कस्बा निवासी सत्यम गुप्ता पुत्र मुन्ना गुप्ता, यहीं के प्रभाकर नगर निवासी अजय कुशवाहा पुत्र राजबहादुर कुशवाहा, मनोरथ थोक सुंदर कुंआ निवासी शैलेंद्र सिंह उर्फ साहिल पुत्र महाजगबंदन सिंह, दूल थोक निवासी अमित साहू पुत्र गनेश साहू और नगर कोतवाली बांदा के झील का पुरवा निवासी मुकेश पाल पुत्र रामदास पाल हैं। उनके पास से करीब 3.50 लाख कीमत के जेवरात, 10 हजार नकदी, अवैध तीन तमंचा, कारतूस और घटना प्रयोग की गई दो बाइक बरामद की गई है। पूछताछ में आरोपितों ने बताया कि बम भोले ज्वैलर्स के मालिक के साथ की गई लूट में उनके अलावा बांदा जिला के ही बबेरू थाना के कृष्णनगर निवासी संजू सिंह पुत्र मुनक्का व अनूप सविता पुत्र चुनवाद और नगर कोतवाली बांदा की जरौली कोठी निवासी सचिन यादव पुत्र छोटेलाल यादव भी शामिल थे।राजापुर थाना व कस्बा हिमांशु सोनी पुत्र हरीमोहन सोनी अपने चाचा कामता सोनी पुत्र जीतलाल सोनी के साथ रैपुरा के रामनगर कस्बे में बम भोले ज्वैलर्स के नाम से दुकान खोले हैं। पांच अगस्त को दुकान बंद करके दोनों बाइक से घर जा रहे थे। रामनगर कस्बा व छीबों रोड के मध्य पुल के पास शाम लगभग सात बजे बाइक सवार कुछ अज्ञात बदमाशों ने उनकी बाइक में टक्कर मारकर गिरा दिया था और मारपीट आभूषण से भरा बैग जिसमें 72 हजार रुपये, दुकान की चाभी, टिफिन पानी की बोतल रखी थी लूट ले गए थे। हिमांशू ने रैपुरा थाना में लूट की रिपोर्ट दर्ज कराई थी।पकड़े गए साथियों ने बताया कि सचिन यादव के कहने पर लूट की घटना का प्लान बनाया था। वह घटना के कुछ दिन पहले रामनगर आया था और रेकी करके गया था। उसके के पास एक सफेद रंग की स्कार्पियो है। घटना वाले दिन भी वह स्कार्पियो लेकर दुकान के पास ही खडा था। जैसे ही चाचा भतीजे दुकान बंद कर निकले थे तो उसने सूचना दी थी।



