कोंच-नगर के प्राचीन रामलला मन्दिर में सावन तीज के मौके पर भगवान राम के लिए झूल सजाया गया इस मौके पर धार्मिक रीतिरिवाज से भगवान का सिंगार कर उन्हें झूले पर बिठाया गया।
बीते सेकड़ो साल से रामलला मन्दिर में चली आ रही झूला उत्सव की परम्परा इस साल भी धार्मिक रीतिरिवाज से प्रारंभ हुई 13 दिनों तक चलने वाले इस झूला उत्सव के पहले दिन भगवान श्रीराम का सिंगार कर उन्हें झूले पर बिराजमान किया गया मन्दिर के महंत रघुनाथ दास से भगवान को झूला झुलाया इस मौके पर भजन और कीर्तन भी का भी आयोजन किया गया निरन्तर 13 दिनों तक चलने वाले इस उत्सव में नगर के साथ साथ दूर दराज से भी कलाकार आकर उत्सव में प्रतिभा किया करते है मन्दिर के महंत ने बताया कि झांसी की रानी लक्ष्मीबाई भी इस झूला उत्सव में शमलित हुआ करती थी उसका बचपन भी इसी मंदिर में बीता था वह प्रतिवर्ष झूला उत्सव के समय मन्दिर ओर ही प्रवास किया करती थी आज भी झूला उत्सव पर बड़ी संख्या में लोग मन्दिर पर आकर भगवान को झूला झुलाया करते है।