गांव के ही लोगों ने पटाई करके कर रखा है अवैध अतिक्रमण, ग्रामीणों की जल निकासी बाधित
गोण्डा। एक तरफ जहाँ उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने तालाब सहित अन्य खाते की सरकारी भूमि को कब्जा मुक्त कराने का फरमान जारी कर रखा है तो वहीं दूसरी तरफ जिम्मेदार स्थानीय अधिकारियों/कर्मचारियों की जानबूझकर उदासीनता के कारण तहसील कर्नलगंज अन्तर्गत ग्राम सोनवार परगना पहाड़ापुर स्थित जलमग्न तालाब की भूमि को अवैध तरीके से पाटकर लोग कब्जा करके पक्का निर्माण कर लिये हैं,जिससे ग्रामीणों की जल निकासी बाधित होने के साथ ही गांव के मार्ग पर जलभराव की स्थिति उत्पन्न हो गई है। यहां के निवासी एवं ग्राम पंचायत सदस्य मेवाराम शुक्ल सहित काफी संख्या में ग्रामीणों ने सामूहिक रूप से आला अधिकारियों को प्रार्थना पत्र देकर अवगत कराया है कि उनके गाँव में स्थित तालाब की भूमि गाटा संख्या 477, 478 पर कुछ दबंग किस्म के लोगों द्वारा पटाई करके अवैध कब्जा व निर्माण किया जा चुका है, उपरोक्त प्रश्नगत अवैध कब्जे के चलते ग्रामीणों की जल निकासी बाधित होने के साथ ही गांव के मार्ग पर भारी जलभराव होने की समस्या बरकरार होने के संबंध में अनेकों बार उपजिलाधिकारी, जिलाधिकारी व अन्य आला अधिकारियों को एवं संपूर्ण समाधान दिवस, जनसुनवाई पोर्टल पर प्रार्थना पत्र देते हुये समस्या से अवगत कराया जा चुका है। लेकिन प्रशासन द्वारा अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गयी। जिससे ग्रामीणों ने विवश होकर पुनः जिलाधिकारी सहित उच्चाधिकारियों को प्रार्थना पत्र देकर तालाब से अवैध कब्जा हटवाने व कब्जेदार पर त्वरित कार्यवाही करते हुए जल निकासी कराने की मांग की है।प्राप्त जानकारी के अनुसार मामला तहसील कर्नलगंज क्षेत्र के अन्तर्गत ग्राम पंचायत सोनवार, परगना पहाड़ापुर से जुड़ा है, ग्रामीणों ने अधिकारियों को दिए गए प्रार्थना पत्र में कहा है कि उनके गांव में गाटा संख्या 377 व 378 जो कि तालाब के खाते की भूमि है। उक्त तालाब में गांव के तमाम लोगों का पानी बरसात में व घर का पानी का निकासी होता था। परंतु अनेकों दबंग लोगों द्वारा तालाब को पाटकर पक्का मकान बना लिया गया है व अवैध कब्जा कर लिया गया है और कुछ भूमि को पाट भी लिया गया है। जिससे गाँव घर का पानी रास्ते में अक्सर भरा रहता है व ग्रामीणों में आक्रोश व्याप्त है। उन्होंने तालाब को खाली कराने हेतु कई बार प्रार्थना पत्र दिया है और उक्त संबंध में कई बार स्थानीय अधिकारियों से लेकर उच्चाधिकारियों से शिकायत की है लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। वहीं अधिकारियों के आदेश के बावजूद तालाब से अवैध कब्जा नहीं हटवाया गया है। मामले में तहसीलदार महोदय के न्यायालय पर बेदखली के आदेश हेतु वाद पत्रावली काफी दिनों से लंबित है जिसमें उपजिलाधिकारी द्वारा लंबी तारीख ना लगाकर प्रकरण का शीघ्र निस्तारण करने को भी कहा जा चुका है। इसके बावजूद जिम्मेदार राजस्व अधिकारियों, कर्मचरियों द्वारा जानबूझ कर मामले का निस्तारण ना करके तालाब की भूमि से अवैध कब्जा हटवाने में हीला हवाली की जा रही है। जबकि बरसात का महीना आ चुका है जिससे गाँव के रास्ते पर काफी जलभराव की स्थिति हो गई है जिससे जलनिकासी की व्यवस्था हेतु तालाब की भूमि से अवैध कब्जा शीघ्र खाली कराया जाना जनहित में नितांत आवश्यक है। उन्होंने उच्चाधिकारियों से तालाब से अवैध कब्जा शीघ्र हटवाने की मांग की है। उपजिलाधिकारी कर्नलगंज हीरालाल से दूरभाष के माध्यम से जानकारी करने का प्रयास किया गया लेकिन उनका फोन नही उठा।