सम्पूर्ण मानसिक, शारीरिक और बौद्धिक विकास हो – आनंदीबेन पटेल
लखनऊः । उत्तर प्रदेश की राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल ने आज राजभवन के गांधी सभागार में राजभवन में आवासित अधिकारी एवं कर्मचारियों के बच्चों द्वारा आजादी के अमृत महोत्सव के अवसर पर प्रस्तुत देशभक्ति की भावना से ओत-प्रोत नाटक ‘मेरा भी तो नाम लिख लो’ का अवलोकन किया। इस अवसर पर उन्होंने प्रतिभागी बच्चों की हौंसला अफजाई की और कहा कि बच्चों को इसी तरह संस्कारित करना और उनकी सामाजिक सद्वृत्तियों को विकसित करना हम सबका उत्तरदायित्व है। उन्होंने कहा कि बच्चों को प्रारंभ से ही अपने देश, अपनी संस्कृति पर गर्व करना सिखाना चाहिए। उन्हें दृढ़ता से बताना चाहिए कि जिस स्वतंत्र देश में वे आज पैदा हुए हैं, उस स्वतंत्रता को प्राप्त करने के लिए हमारे अनगिनत देशभक्तों ने बलिदान दिया, संघर्ष किया, असहनीय यातनाओं को भी सहन किया, तब जाकर हम आज स्वतंत्र भारत में गर्व के साथ खड़े हैं।कार्यक्रम में राज्यपाल जी ने बच्चों की अच्छी शिक्षा, संस्कार और स्वास्थ्य के प्रति सामाजिक दायित्वों के महत्व को भी बताया। उन्होंने इस दिशा में राजभवन से प्रदेश स्तर पर तथा राजभवन में चलाए गए अभियान और कार्यों की जानकारी दी और उनकी आवश्यकता के बारे में भी बताया।उन्होंने कार्यक्रम के आयोजकों को बधाई देते हुए कहा कि बच्चे इसी तरह कला, संस्कृति और खेल की गतिविधियों से जुड़ं़े और इनका सम्पूर्ण मानसिक, शारीरिक और बौद्धिक विकास हो।