लखनऊ। सरोजनीनगर इलाके में रविवार रात बाँस के टट्टर युक्त चाय दुकान में अचानक गैस सिलेंडर फटने से आग लग गई। धमाका इतना तेज था कि सिलेंडर के परखच्चे तक उड़ गए। सिलेंडर के तमाम टुकड़े होकर इधर-उधर बिखर गए और जगह-जगह आग लग गई। इससे लोग दहशत में आ गए और बड़ा हादसा होते-होते बच गया। वहीं इस आग से चाय दुकान और उसके बगल जन सेवा केंद्र में भारी नुकसान हो गया। बाद में सूचना पाकर पहुंची दमकल गाड़ियों ने आग पर काबू पाया। सरोजनीनगर के अमौसी इंडस्ट्रियल एरिया स्थित नादरगंज पावर हाउस के सामने बांस के ट्रैक्टर युक्त दुकान में तिरपाल तानकर यहीं के बदाली खेड़ा निवासी मुकेश चाय की दुकान चलाता है। जबकि उसके ठीक बगल आलमबाग निवासी अनुराग का जन सेवा केंद्र है। बताते हैं कि मुकेश की चाय दुकान में रविवार रात करीब 12:15 बजे अचानक गैस सिलेंडर में विस्फोट हो गया। धमाका इतना तेज था कि सिलेंडर के परखच्चे उड़ कर उसके टुकड़े बगल में खड़े यूकेलिप्टस पेड़ पर उसकी डालो में लटक गये। साथ ही दोनों दुकानों में आग लग गई। सिलेंडर के टुकड़ों से वहां पर गुजर रही हाईटेंशन विद्युत लाइन के तार भी टूट कर नीचे गिर गए। इतना ही नहीं सिलेंडर के कई टुकड़े सामने मौजूद परिवार कल्याण विभाग के यूपी ड्रग हाउस परिसर में पेड़ों और झाड़ियों के बीच जा गिरे। बता दें कि इस यूपी ड्रग हाउस में सरकारी अस्पतालों को सप्लाई की जाने वाली दवाओं का वेयरहाउस है। इसके परिसर में भी झाड़ियों और पैड़ों पर सिलेंडर के टुकड़े गिरने से आग लग गई। बाद में घटना की सूचना पुलिस और फायर स्टेशन को दी गई। सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस और सरोजनीनगर फायर स्टेशन की दो दमकल गाड़ियों ने किसी तरह आग पर काबू पाया। उधर इस घटना से जहां मुकेश की चाय दुकान का काफी सामान जल गया, वहीं अनुराग के जन सेवा केंद्र में रखें करीब 5 हजार रुपये कीमत के स्टांप पेपर और विद्युत कनेक्शन से संबंधित 50 से अधिक फाइलें जलकर राख हो गई। सरोजनीनगर एफएसओ शिवराम यादव का कहना है कि अगर समय रहते आग पर काबू ना पा लिया गया होता, तो यूपी ड्रग हाउस में रखी करोड़ों की दवाएं और आसपास की फैक्ट्रियों को भी काफी नुकसान हो सकता था।