जांच के दायरे में घिरती जा रही, लहरपुर विकासखंड की ग्राम पंचायत दारानगर
पवन कुमार सिंह
सीतापुर। उत्तर प्रदेश सरकार व केंद्र सरकार ने जन कल्याणकारी योजनाएं चलाई वही जिसमें प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत शहरी व ग्रामीण प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत गरीब पात्र लाभार्थियों को आवास सरकार द्वारा देने का काम किया जा रहा है। वही इसके विपरीत ग्राम प्रधान द्वारा पात्र के बजाय आ पात्रों को आवास देने का काम किया गया हैं चंद रुपयों के लिए आ पात्रों को पात्र बना करके आवास देने का काम किया गया है ऐसा ही एक मामला लहरपुर ब्लाक ग्राम पंचायत दारानगर में आवास के नाम पर जमकर भ्रष्टाचार किया गया है लोगों की माने ग्राम प्रधान व ब्लॉक के अधिकारी के द्वारा आवास में पात्रों के बजाय आप पात्रों को पात्र बना करके आवास देने का काम किया गया है।प्रधानमंत्री आवास दिए गए हैं,जिसमें ज्यादातर अपात्र को प्रधानमंत्री आवास दिए गए, विश्वस्त सूत्रों की माने तो अपात्र को पात्र बना करके आवास दिए गए है।जिसकी सरकार द्वारा जांच कराई जाए तो हकीकत सामने आ जाएगी आवास की जांच होनी ही चाहिए क्योंकि गरीब का हक मारा जा रहा है।जहां पर ग्राम प्रधान द्वारा प्रधानमंत्री आवास मैं जम के भ्रष्टाचार किया गया है।जिसकी जांच सरकार द्वारा उच्च अधिकारियों से कराई जाए तब पता चलेगा कितनी सच्चाई है। यह तो तभी पता चलेगा जब स्थाई रूप से समूचे प्रकरण की जांच की जाए।जिससे कि यह पता चल सके की वास्तविकता में आखिर कितने पात्रों को पात्र के रूप में चयनित किया गया है। जांच कब होगी यह तो पता नहीं लेकिन जांच हुई तो यह तय है की लपेटे में प्रधान जी की कुर्सी जरूर आएगी।
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आखिर दारानगर के घोटाले से कब उठेगा पर्दा बना सवाल
सीतापुर। इन दिनों विकासखंड लहरपुर के ग्राम पंचायत दारानगर काफी सुर्खियों में नजर आ रही है।जिसमें घोटाले पर दर परत खोलते हुए नजर आ रहे हैं। लेकिन इस घोटाले पर से आखिरकार पर्दा कब उठेगा यह सवाल बना हुआ है? यह तभी संभव है जब वरिष्ठ अधिकारी इस मामले को संज्ञान में लें और इस पर जांच कराने के लिए आगे आएं और जब जांच होगी तो यह साबित हो जाएगा कि क्या घोटाला हुआ है यह तथाकथित बातें ही हैं लेकिन घोटाला तो हुआ है इसको साबित स्वयं क्या अधिकारी ही कर रहे हैं।क्योंकि अगर ऐसा नहीं है तो फिर जांच में बाधा कैसी जांच होनी चाहिए और घोटाला हुआ है तो सामने आना चाहिए ऐसा कब होगा फिलहाल तो जांच होने का जनमानस में इंतजार हो रहा है।



