मोहनलालगंज लखनऊ
मोहनलालगंज थाना क्षेत्र के इमलिया खेड़ा गांव में शुक्रवार की शाम तिलक समारोह से वापस आ रहे परिवार को दबंगों ने घेर लिया। और गाली गलौज के साथ ही मारपीट पर आमादा हो गए। पीड़ित ने पत्नी व मासूम बच्चों समेत भागकर किसी तरह अपनी जान बचाई। जबकि भतीजा उनके चंगुल में फंस गया। पुलिस के हस्तक्षेप के बाद उसे सही सलामत निकाला जा सका। पीड़ित की तहरीर पर पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कार्यवाही में जुट गई है सिसेंडी के इमलिया खेड़ा निवासी बाबूलाल पुत्र स्व. सुखलाल रावत ने पुलिस को बताया कि शुक्रवार को मैं अपने परिवार समेत गांव में ही एक तिलक समारोह में सम्मिलित हुआ था। जहां पुरानी रंजिश के चलते मेरे गांव का गुरुप्रसाद झगड़े व मारपीट पर आमादा हो गया। लोगों के बीच-बचाव के बाद वो वहां से चला गया। लेकिन जब हम लोग तिलक समारोह से देर रात परिवार समेत वापस लौट रहे थे तभी गुरुप्रसाद, नारायण जवाहर, राजकुमार व दो अन्य लोगों ने धारदार हथियारों के साथ रास्ते में घेर लिया। पत्नी व मासूम बच्चों के साथ किसी तरह भागकर हमने जान बचाई। लेकिन मेरा भतीजा वही फंस गया। सूचना के बाद मौके पर पहुंची सिसेंडी चौकी पुलिस की मदद से उसे मुक्त कराया जा सका। उसके बाद रविवार को गुरुप्रसाद फिर से मेरे घर आकर गाली-गलौज करने लगा। बाबूलाल ने बताया उक्त लोग पहले भी मारपीट और जान से मारने की कोशिश कर चुके हैं जिसका मुकदमा मोहनलालगंज कोतवाली में दर्ज है।